डॉक्टरों को मृतक का प्रमाण पत्र परिजनों को देना जरूरी : प्राचार्य
प्रयागराज में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सभागार में मृत्यु के कारणों के विश्लेषण और आंकड़ा प्रबंधन पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। डॉ. वत्सला मिश्रा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का...
प्रयागराज, संवाददाता। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सभागार में मंगलवार को मौत के कारणों के विश्लेषण, अनुसंधान, नीति निर्माण व आंकड़ा प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा और अतिथि वक्ताओं ने दीप प्रज्जवलित करके किया। स्वास्थ्य विभाग, टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट व जनगणना कार्य निदेशालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में डॉक्टरों को मृत्यु़ के कारणों व आंकड़ा विश्लेषण के संबंध में जानकारी दी गयी।
स्वागत संबोधन में प्राचार्य ने कहा कि कि मृतक के बारे में डॉक्टरों को मृत्यु के कारण की पुष्टि किया जाना जरूरी है। साथ ही मृत प्रणाम पत्र सरकारी प्रावधानों के अनुसार मृतक के परिजन को देना अनिवार्य है। यह प्रमाणन फॉर्म विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से निर्धारित प्रारूप के अनुरूप है। आयोजक डॉ. रिचा सिंह ने कहा कि मृत्यु के कारणों का एकत्रीकरण नीति निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। इससे अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा मिलता है। डॉ. गौरव पांडेय ने कहा कि 2018 में प्रदेश में 38 प्रतिशत मृत्यु पंजीकरण होता था, वहीं पिछले तीन साल में 72 प्रतिशत हो गया है। डॉ शर्वरी म्हापणकर, डॉ. अंजलि यादव ने विचार व्यक्त किए। डॉ. विकास सचदेवा, डॉ. अमिताभ दास शुक्ला, डॉ. कविता चावला, डॉ. बीनू, डॉ. खुर्शीद परवीन, डॉ. स्मृति मौजूद रहीं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।