UPPCS को लेकर आंदोलन में गांधी, आजाद, भगत सिंह की तस्वीर लेकर किया विरोध
प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों ने लोक सेवा आयोग के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। छात्रों ने व्यवस्था के खिलाफ नारे लगाए और तख्तियों पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने 'लूट आयोग' और 'लीक आयोग' जैसे...
देखना, सुनना व सच कहना जिन्हें भाता नहीं, कुर्सियों पर फिर वही बापू के बंदर आ गए' व्यवस्था पर चोट करती अदम गोंडवी की ये लाइनें सोमवार को लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन में प्रतियोगी छात्रों की आवाज बुलंद करती रही। शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे छात्रों ने प्रतीकों और क्रांतिकारी नारों का सहारा लिया। कई छात्रों ने हाथ में भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, महात्मा गांधी के तस्वीरे ले रखीं थी तो कुछ हाथ में तिरंगा भी लहरा रहे थे।
छात्रों ने आयोग के बाहर सड़क पर चूने से बड़े-बड़े अक्षरों से 'लूट आयोग' और 'लीक आयोग' लिख दिया था। एक छात्र की तख्ती पर लिखा था 'अहा टमाटर बड़ा मजेदार, नॉर्मलाइजेशन है बेकार' तो एक अन्य ने 'उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग वर्ष 2024 का मेरा रिपोर्ट कार्ड निल बटे सन्नाटा' लिखी तख्ती ले रखी थी। एक छात्र ने अपने चेहरे को कागज से ढक रखा था जिस पर लिखा था-'सरकार हमारी अंधी है, आयोग हमारा अंधा है, नॉर्मलाइजेशन बस बैकडोर का धंधा है।'
एक छात्रा ने नारा दिया-'बेटियों ने ली पढ़ने की जिम्मेदारी, अब अगर आगे न बढ़ें तो है गलती तुम्हारी'। एक्स, फेसबुक, यू-ट्यूब, टेलीग्राम आदि सोशल मीडिया मंच पर भी यह मुद्दा पूरे दिन छाया रहा। आयोग के बाहर लड़के प्रदर्शन कर रहे थे तो वहीं सोशल मीडिया यूजर्स भी अपने-अपने एकाउंट और हैंडल पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक यूजर ने फेसबुक पर लिखा-'जिस ओर जवानी चलती है उस ओर जमाना चलता है।' कुछ छात्रों ने बकायदा हैंडबिल बनवाकर बंटवाया और फेसबुक पर संदीप मिश्रा ने लिखा-मैं गांधी भी हूं और भगत भी'।
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