ट्रामा सेंटर के गेट से नहीं हटी पार्किंग, मरीजों को परेशानी
एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में बेड और सेंट्रल एसी की मरम्मत चल रही है। 30 बेड बाहर किए गए हैं और नई व्यवस्था की जा रही है। गेट के सामने पार्किंग से मरीजों को परेशानी होती है, खासकर इमरजेंसी में।...
एसआरएन अस्पताल के ट्रामा सेंटर में इस समय अस्पताल प्रशासन की ओर से बेड व सेंट्रल एसी की मरम्मत कराई जा रही है। इसके लिए ट्रामा सेंटर के वार्डों से 30 बेड बाहर किए गए हैं। बेड की मरम्मत करके नए बेड वार्ड में लगाए जा रहे हैं। ट्रामा सेंटर की व्यवस्था में सुधार के बावजूद गेट के सामने वाहनों की पार्किंग से मरीजों को परेशानी होती है। इमरजेंसी में स्ट्रेचर व व्हील चेयर से आने वाले मरीजों को वाहनों के चलते परेशानी होती है। गेट के सामने लगभग 25-30 वाहनों की नियमित पार्किंग की जाती है। ट्रामा सेंटर में सेंट्रल एसी का निर्माण कार्य होने से बड़ी मात्रा में बेकार की सामग्री गैलरी में फैली है। साथ ही जगह-जगह वेल्डिंग का कार्य चल रहा है। लेकिन स्टोर रूम के सामने लगे फायर एस्टिंग्यूशर की जांच जून में हुई थी, उसके बाद नहीं हुई। जबकि उसकी जांच हर माह होनी चाहिए। ऐसी स्थिति में यदि कहीं आग लगेगी तो बुझा़ने के लिए फायर एस्टिंग्यूशर प्रभावी नहीं होगा।
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