शासन तंत्र की कमजोरी से घूम रहे नकली शंकराचार्य : निश्चलानंद
Prayagraj News - झूंसी में पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि स्वतंत्र भारत में नकली शंकराचार्य घूम रहे हैं, जो शासन तंत्र की कमजोरी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य का पद राष्ट्रपति और...
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झूंसी। अराजकतत्व हर समय होते हैं पर उनको प्रशय देने वाला शासन तंत्र दोषी होता है। अंग्रेजों और मुगलों के शासनकाल में तो नकली शंकराचार्य नहीं थे, स्वतंत्र भारत में नकली शंकराचार्य घूम रहे हैं तो इसके लिए शासन तंत्र ही दोषी है। यह बातें पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने झूंसी में गंगातट पर स्थित शिवगंगा आश्रम में कही। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य का पद राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से ऊंचा है, जब प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति नकली नहीं हो सकते तो शंकराचार्य नकली क्यों घूम रहे हैं। जब शासन तंत्र कमजोर पड़ता है तब अराजकता बढ़ती है। शंकराचार्य की गरिमा को क्षति पहुंचाने वाले दंड के भागी है। भारी संख्या में स्नान को आ रहे श्रद्धालुओं को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि गंगा, त्रिवेणी पुण्य की प्राप्ति के लिए कभी भी स्नान किया जा सकता है, गंगा नाम ही तारक है।
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