Hindi NewsUttar-pradesh NewsPrayagraj NewsResidents of Govindpur Colony Struggle with Basic Amenities Amidst Local Governance Issues

बोले प्रयागराज : दो वार्डों के बीच समस्याओं से जूझ रहे लोग

Prayagraj News - प्रयागराज के गोविंदपुर की कैलाशपुरी कॉलोनी में लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान हैं। सड़कें खस्ताहाल हैं, दूषित जलापूर्ति हो रही है, सफाई व्यवस्था लचर है और स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। वार्ड सीमा विवाद...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजMon, 12 May 2025 05:23 PM
share Share
Follow Us on
बोले प्रयागराज : दो वार्डों के बीच समस्याओं से जूझ रहे लोग

प्रयागराज, हिटी। गोविंदपुर की कैलाशपुरी कॉलोनी की एक बड़ी आबादी समस्याओं के मकड़जाल में जूझ रही है। गोविंदपुर और सलोरी दोनों वार्डों की सीमा के विवाद के चलते कॉलोनी की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। करीब दो सौ घरों की एक बड़ी आबादी खस्ताहाल रास्ता, दूषित जलापूर्ति, बदहाल सफाई व्यवस्था, चोक नालियों, बुझी स्ट्रीट लाइटें, अधूरी सीवर लाइन जैसी समस्याओं के समाधान के लिए दफ्तरों के चक्कर काट रही है। समस्या के निराकरण के लिए स्थानीय लोगों ने नगर निगम के जिम्मेदारों को लिखित रूप से अवगत कराया। जन सुनवाई में भी शिकायत की लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।

गोविंदपुर और सलोरी के पार्षद एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं जिससे समस्या समाधान नहीं पा रहा है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने ‘बोले प्रयागराज के तहत यहां के लोगों की समस्या जाननी चाही तो उन्होंने बताया कि समस्याओं के निराकरण की बजाय उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। गोविंदपुर की कैलाशपुरी कॉलोनी की एक बड़ी आबादी मूलभूत सुविधाओं के लिए एक दशक से भी अधिक समय से लगातार जद्दोजहद कर रही है। अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट कर लोग उकता चुके हैं। बार-बार की शिकायत के बाद भी समस्याओं का निदान नहीं हो पा रहा है। यहां बच्चा पीसीओ गली एवं उसके आसपास रहने वाले करीब दो सौ परिवार एक दशक से मार्ग बनने का इंतजार है। ऊबड़-खाबड़ रास्ते पर गड्ढों के कारण आने-जाने में काफी परेशानी होती है। कुछ स्थानों पर तो रास्ता ही नहीं बचा है, लोग गिट्टी और मलबे से होकर गुजरते हैं। कई बार की शिकायत के बावजूद रास्ता नहीं बन सका। स्थानीय लोगों ने बताया हैं कि पूर्व जेई ने मार्ग के लिए सर्वे किया और बजट भी पास हो गया था लेकिन काम नहीं हुआ। दूषित जलापूर्ति यहां की प्रमुख समस्याओं में हैं। यहां करीब दो दशक पूर्व बिछी पाइप लाइन से जलापूर्ति की जा रही है। पाइप लाइन जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है जिससे गंदा और बदबूदार पानी घरों में पहुंच रहा है। लोग काफी देर तक नल खुला छोड़ देते हैं तब कहीं जाकर पीने लायक पानी मिल पाता है। लोग बताते हैं कि कुछ वर्ष पूर्व पेयजल आपूर्ति के लिए नई पाइप लाइन डाली गई लेकिन उसे सप्लाई लाइन से जोड़ा नहीं गया। पुरानी पाइप लाइन से ही जलापूर्ति की जा रही है जो समस्या पैदा कर रही है। यहां के लोग चोक नालियों और लचर सफाई व्यवस्था को लेकर भी परेशान हैं। नालियां जाम पड़ी हैं और सफाईकर्मी आते नहीं है। लोगों का कहना है कि नगर निगम को वह समय पर सभी कर की अदायगी करते आ रहे हैं लेकिन कर वसूलने के बाद भी निगम ने उनको जरूरी सुविधाओं से वंचित कर रखा है। प्रस्तुति -- श्रीनारायण कुलकर्णी, फोटो:राम यादव। सीवर लाइन, कहीं बिछी नहीं, कहीं जोड़ी नहीं यहां पूरे इलाके में अब तक सीवर लाइन नहीं बिछ पाई है। जहां सीवर लाइन पहुंची है वहां उसे मेन लाइन से जोड़ा नहीं गया है जिससे लाइन बिछाने का कोई मतलब नहीं रह गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व यहां सीवर लाइन डालने का काम शुरू किया गया था लेकिन फिर बीच में बंद कर दिया गया। एक बड़े हिस्से तक पाइप लाइन पहुंची ही नहीं। बच्चा पीसीओ के पास कुछ-कुछ दूरी पर चैम्बर भी बने हैं लेकिन पाइप लाइन को मेन लाइन से नहीं जोड़ा गया जिससे तमाम लोग सीवर की सुविधा से वंचित रह गए हैं। सीवर की सुविधा न होने के बावजूद नगर निगम उनसे बराबर सीवर कर वसूल रहा है। नहीं जलती स्ट्रीट लाइट, रहता है अंधेरा सूर्यास्त के बाद जब बाकी इलाके की सड़कें रोशनी से नहाई रहती हैं उस समय कैलाशपुरी के सम्पर्क मार्ग अंधेरे में डूबे रहते हैं। जिस जगह की स्ट्रीट लाइट खराब हो गई उसे बदला नहीं गया। बिजली कर्मी आए और पुरानी लाइटों को निकाल कर ले गए। तब से पोल स्ट्रीट लाइट का इंतजार कर रहा है। यहां पुराने बिजली के खंभों के स्थान पर नए पोल लगे तो जरूर लेकिन पुराने पोल हटाए नहीं गए। कुछ पोल तो नाली के दायरे में अभी भी अपना वजूद बनाए हुए हैं। --शिकायतें और सुझाव-- शिकायतें -कई जगह मार्ग क्षतिग्रस्त है, आवागमन में लोगों को परेशानी होती है। -नलों से गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है, बीमारी फैल सकती है। -लो प्रेशर के कारण जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिल पा रहा है। -सीवर की सुविधा नहीं है, जहां सीवर लाइन बिछी है उसे मेन लाइन से जोड़ा नहीं गया। -सफाई व्यवस्था चौपट है, नालियां चोक हैं, जगह-जगह गंदगी फैली रहती है। सुझाव -क्षतिग्रस्त मार्ग की मरम्मत कराकर इंटरलाकिंग की जाए। -क्षतिग्रस्त पाइप लाइनों को दुरुस्त कराकर जलापूर्ति सुधारी जाए। -टूटी पाइप लाइनों को बदल कर लीकेज दूर किया जाए। -जहां सीवर लाइन नहीं गई हैं वहां पाइप डालकर मेन लाइन से जोड़ा जाए। -सफाई व्यवस्था दुरुस्त कर कीटनाशकों का छिड़काव किया जाए। बोले पार्षद ---- हमारे वार्ड में कहीं दूषित पेयजल और मार्ग की समस्या नहीं है। जहां की समस्या बताई जा रही है वह क्षेत्र हमारे वार्ड में नहीं आता। हमारे वार्ड की समस्या होती तो प्रयास कर समस्या का निदान कर सकते थे।-राजू शुक्ला, पार्षद, सलोरी, वार्ड संख्या - 27 --हमारी भी सुनें-- मार्ग की जर्जर दशा के कारण आवागमन में लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लोग काफी समय से रास्ते की समस्या से परेशान हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।-राजकुमार पांडेय गली में इंटरलाकिंग की सख्त जरूरत है, कई साल से अधिकारियों के यहा जाकर शिकायत कर रहे हैं लेकिन आश्वासन देकर टरका दिया जाता है, काम नहीं होता।-गौरव श्रीवास्तव दूषित पानी की आपूर्ति के कारण लोग परेशान हैं। नलों से गंदा और सीवर का बदबूदार पानी आ रहा है। यह समय रहते ठीक न किया गया तो कभी भी बीमारी फैल सकती है।-देवांश पांडेय आने जाने में काफी दिक्कत हो रही है। रात में तो लोग गिरकर चोट भी खा चुके हैं। जनप्रतिनिधियों से कहने पर भी समस्या का निदान नहीं हो पाया है, समस्या का निदान होना चाहिए।-तारा देवी स्ट्रीट लाइटें नियमित नहीं जलतीं, कुछ जगहों पर स्ट्रीट लाइट है ही नहीं, खराब लाइटों को बदला नहीं जा रहा। शाम होने पर लोगों को अंधेरे में निकलने में काफी परेशानी होती है।-राजेश सिंह दूषित जलापूर्ति के कारण लोग परेशान हैं। पानी के लिए बिछाई गईं पाइप लाइनें जगह-जगह क्षतिग्रस्त हैं। गंदा पानी घरों में आ रहा है। समस्या का निदान बेहद जरूरी है।-मोनू यादव कई वर्ष सें हम लोग बदहाल मार्ग और दूषित जलापूर्ति की समस्या से परेशान हैं। नगर आयुक्त, महापौर सहित सभी से शिकायत की गई लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो सका है।-आशीष पाल कई दिनों से नलों में सीवर का गंदा पानी आ रहा है। पाइप लाइन कई जगह से टूटी है जिसे बनवाया नहीं जा रहा है। गंदे पानी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं। इसका निदान जरूरी है।-बबलू पाल सीवर लाइन सभी जगहों पर नहीं बिछ पाई है, जहां तक सीवर लाइन बिछ गई है उसे भी मेन लाइन से नहीं जोड़ा गया है, लोग सीवर का टैक्स दे रहे हैं लेकिन सुविधा नहीं मिल रही।-सुरेश रावत पेयजल के लिए लगी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होकर सीवर लाइन से जुड़ गई है जिससे सीवर का पानी वैक्यूम बन जाने से खिंचकर पेयजल की लाइन में आ जा रहा है। समस्या गंभीर बन चुकी है।-आरके सिंह इंटरलॉकिग जगह-जगह से उखड़ गई है, गड्ढों के कारण आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोग लगातार शिकायत करते आ रहे हैं लेकिन अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे।-वीरेन्द्र कुमार रास्ता आने जाने के लायक नहीं बचा है, जगह-जगह गड्ढे हैं, लोग गिर रहे हैं। महापौर, नगर आयुक्त से शिकायत की गई, जन सुनवाई में भी पत्र दिया गया लेकिन समस्या का निदान नहीं हो सका।-अभय राज यहां लोग विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। मार्ग जर्जर हो चुका है, नल से गंदा पानी आ रहा है, सीवर लाइन नहीं बिछ पाई है, स्ट्रीट लाइट नहीं जलती। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अनजान बने बैठे हैं।-शशिकांत गिरि यहां की समस्याओं की बाबत अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई, महापैार एवं स्थानीय पार्षदों से कहा गया। न अधिकारी ध्यान दे रहे हैं न पार्षदों को हमारी फिक्र है। समस्या से लोग परेशान हो चुके हैं।-रवि सिंह दूषित पेयजल की आपूर्ति से लोग लम्बे समय से परेशान हैं। एक पखवारे से समस्या ज्यादा परेशान कर रही है। नल से जो पानी आ रहा है वह पीने योग्य नहीं है। मजबूरी में आरओ का पानी खरीदना पड़ रहा है।-विनोद चौबे नल से गंदा पानी आ रहा है जिससे सुबह चाय नाश्ते से लेकर खाना पकाने जैसे जरूरी काम में काफी दिक्कतें आ रही हैं। आधा घंटा नल खुला छोड़ देते हैं तब पानी का इस्तेमाल करते हैं।-गीता पाल नालियां चोक पड़ी हैं, सफाईकर्मी कभी दिखाई नहीं पड़ते, जगह-जगह गंदगी पड़ी रहती है। गंदगी और बदबू के कारण लोग परेशान हैं। समाधान न हुआ तो बीमारी फैलने का अंदेशा है।-वीपी मिश्र सड़क बन जाए, इंटरलाकिंग कर दी जाए और पानी की समस्या दूर हो जाए तो लोगों को काफी राहत मिल सकेगी। लोग लम्बे समय से मांग करते आ रहे हैं लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।-संजय कुमार तिवारी पानी की समस्या को लेकर जलकल के स्थानीय ऑफिस में गए तो वहां कहा जाता है कि खुसरोबाग में जाकर शिकायत करें। ऑफिस में कम्प्लेंट बुक भी नहीं रहती है, कर्मचारी टरका देते हैं।-केएस श्रीवास्तव हम लोग सीवर, जल, भवन आदि सभी कर नगर निगम को समय पर अदा करते आ रहे हैं लेकिन निगम लोगों को जरूरी सुविधा भी नहीं दे पा रहा है। सीवर न होने के बावजूद सीवर टैक्स वसूला जा रहा है।-मनोज श्रीवास्तव

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें