महाकुम्भ में आकर्षण का केंद्र होगा अशोक स्तंभ
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु सम्राट अशोक के स्तंभ की प्रतिकृति देख सकेंगे। इलाहाबाद संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्र ने बताया कि लोग लघु आकार की प्रतिकृति अपने साथ ले जा...
प्रयागराज, संवाददाता। महाकुम्भ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु सम्राट अशोक के स्तंभ की प्रतिकृति से भी परिचित होंगे। साथ ही लघु आकार में निर्मित की जाने वाली स्तंभ की प्रतिकृति को अपने साथ भी लेकर जा सकते हैं। इलाहाबाद संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्र ने अनुसार संग्रहालय की ओर से इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी गई है।
संग्रहालय में प्रदर्शित की जाने वाली अशोक स्तंभ की प्रतिकृति को देखकर लोग ऐतिहासिकता का अनुभव भी कर सकेंगे। अशोक स्तंभ पर अंकित अभिलेख इतिहास में प्रयाग प्रशस्ति के नाम से प्रसिद्ध है। इसमें सम्राट अशोक की पत्नी कारुवाकी का जिक्र मिलता है। इसमें लिखा है कि सम्राट अशोक की पत्नी ने कौशाम्बी में बौद्धों को आम के बाग दान किए थे। इसके बाद सम्राट समुद्रगुप्त के अभिलेख मिलते हैं। यह अभिलेख चम्पू शैली और संस्कृत भाषा में उकेरे गए हैं। सम्राट समुद्रगुप्त के सान्धिविग्रहिक हरिषेण ने इसे चम्पू शैली में गद्य-पद्य दोनों विधा में लिखवाया था। इस स्तंभ में सम्राट समुद्रगुप्त की उपलब्धियों का विशेष रूप से वर्णन किया गया है। अखंड भारत के निर्माण के लिए ही समुद्रगुप्त ने ये सभी युद्ध किए थे।
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