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महाकुम्भ ने जीएसटी संग्रह को दी उड़ान, वृद्धि दर 43.38 प्रतिशत

Prayagraj News - प्रयागराज, पीयूष श्रीवास्तव। महाकुम्भ एसजीएसटी (राज्य वस्तु एवं सेवा कर) के मामले में प्रयागराज के लिए वरदान साबित हुआ। महाकुम्भ के चलते ही विभाग ने प

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजTue, 6 May 2025 10:08 AM
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महाकुम्भ ने जीएसटी संग्रह को दी उड़ान, वृद्धि दर 43.38 प्रतिशत

प्रयागराज, पीयूष श्रीवास्तव महाकुम्भ एसजीएसटी (राज्य वस्तु एवं सेवा कर) के मामले में प्रयागराज के लिए वरदान साबित हुआ। महाकुम्भ के चलते ही विभाग ने प्रयागराज में राजस्व संग्रह में बड़ी छलांग लगाते हुए अप्रैल 2025 में 43.38 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। इसी के साथ 409.35 करोड़ रुपये का टैक्स जमा कराकर प्रयागराज ने वृद्धि दर में प्रदेश के दूसरे बड़े राजस्व जिलों को भी पीछे छोड़ दिया है। अब तक वृद्धि दर की सूची में टॉप टेन में जगह न बना पाने वाला प्रयागराज इस बार प्रदेश में दूसरे स्थान पर है, जो एक कीर्तिमान है। खास बात यह है कि प्रदेश में पहला स्थान पाने वाला मेरठ (43.58%) महज 0.20 प्रतिशत के अंतर से ही प्रयागराज से आगे है।

विभाग के अधिकारियों की मानें तो प्रयागराज में इस अभूतपूर्व वृद्धि के पीछे महाकुम्भ 2025 का अहम योगदान रहा। महाकुम्भ से जुड़ी सरकारी और निजी परियोजनाओं, निर्माण कार्यों, अस्थायी व्यावसायिक गतिविधियों और सेवाओं ने टैक्स रजिस्ट्रेशन व भुगतान को रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा दिया। महाकुम्भ के दौरान हुए कार्यों का जिन कंपनियों किसी कारणवश टैक्स नहीं जमा किया था, उसे अप्रैल में जमा किया गया, जिससे यह वृद्धि हुई। मसलन प्रयागराज में श्रद्धालुओं के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने वाली कंपनी ने बतौर टैक्स 17 लाख रुपये अप्रैल में ही जमा किए। होटल, टूरिज्म, ट्रैवल, टेंट हाउस, निर्माण सामग्री, कैटरिंग और प्रोजेक्ट फर्मों से बड़ी मात्रा में जीएसटी संग्रह हुआ। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस उपलब्धि के पीछे टैक्स अनुपालन में सुधार, डिजिटल रजिस्ट्रेशन और वाणिज्य कर विभाग की सघन निगरानी ने भी प्रमुख भूमिका निभाई है। साथ ही स्थानीय कारोबारियों की सहयोगी भूमिका ने भी इस सफलता को आसान बनाया। और बढ़ सकता था जीएसटी संग्रह यह रिकॉर्ड और भी बढ़ सकता था। दरअसल, महाकुम्भ में काम करने वाली कई एजेंसियों ने अन्य जिलों में रजिस्ट्रेशन कराया था और वहीं पर टैक्स जमा किया। प्रयागराज में सबसे ज्यादा टैक्स सीमेंट, सरिया और ऑटो मोबाइल से मिलता है। महाकुम्भ के दौरान जाम के कारण यह सेक्टर प्रभावित हुए थे। इसके कारण टैक्स कम मिला, नहीं तो टैक्स कलेक्शन में प्रयागराज यूपी में नंबर वन होता।

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