एनएससी बैंक में बंधक रख एफडी तोड़ रहे लोग

कोरोना लोगों को शारीरिक और मानसिक ही नहीं आर्थिक तौर पर भी परेशान कर रहा है। परिवार चलाने के लिए लोग जमापूंजी निकालने के लिए मजबूर हो रहे हैं। कोई...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजWed, 12 May 2021 04:00 PM
share Share

प्रयागराज। वीरेंद्र द्विवेदी

कोरोना लोगों को शारीरिक और मानसिक ही नहीं आर्थिक तौर पर भी परेशान कर रहा है। परिवार चलाने के लिए लोग जमापूंजी निकालने के लिए मजबूर हो रहे हैं। कोई नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) को बैंक में बंधक रखकर कर्ज ले रहा है तो कोई फिक्स डिपाजिट (एफडी) समय से पहले तुड़वा रहा है। रोज कमाने-खाने वालों का संकट सबसे ज्यादा है।

डाक विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि पिछले दो माह में लगभग 85 लोगों ने एनएससी बैंक में गिरवी रख कर्ज लिया है। वहीं मार्च और अप्रैल में 110 लोगों ने डाक विभाग में हुई अपनी एफडी समय से पहले तुड़वाई है।

इसलिए एनएससी रख रहे गिरवी

एनएससी को पांच साल के पहले कैश नहीं करा सकते हैं। इसलिए लोग डाक विभाग से रसीद लेकर बैंक में जमाकर एनएससी को गिरवी रख कर्ज ले रहे हैं। इस उम्मीद में कि स्थिति सामान्य होने पर बैंक का कर्ज चुका एनएससी को बचा लेंगे।

4100 कामगारों ने ईपीएफ से निकाले 5.75 करोड़

प्रयागराज। कर्मचारी भविष्य निधि के इलाहाबाद परिक्षेत्र में आने वाले प्रयागराज सहित छह जिलों के 4100 कामगारों ने अपनी भविष्य निधि से 5.75 करोड़ रुपये निकाले हैं। यह रकम बीते 60 दिनों में निकाली गई। इलाहाबाद परिक्षेत्र के एक अधिकारी ने बताया कि एडवांस ईपीएफ की निकासी कामगारों ने स्वयं,पत्नी व बच्चों के इलाज के नाम पर की है। इसमें से ज्यादातर लोगों ने पत्नी वह अपने इलाज के नाम पर पैसा निकासी का आवेदन किया है। आर्थिक संकट के इस दौर में ईपीएफ की निकासी के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के एक सप्ताह के भीतर अधिकारियों ने पूरी सक्रियता से इनके खाते में निर्धारित राशि ट्रांसफर करा दी है। अधिकारी ने बताया कि अभी पैसा निकालने के लिए आवेदन आ रहे हैं। परिक्षेत्र में प्रयागराज, कौशाम्बी,प्रतापगढ़, फैजाबाद, सुल्तानपुर,अमेठी और इलाहाबाद शामिल हैं।

25 से 50 हजार रुपये तक फिक्स करने वाले बड़ी संख्या में एफडी तुड़वा रहे हैं। प्रतिदिन डाकघर में तीन से पांच लोग एफडी तोड़वाने का आवेदन कर रहे हैं।

राजेश श्रीवास्तव, सीनियर पोस्टमास्टर

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें