‘नई संभावनाओं के द्वार खोल रही है एआई
Prayagraj News - मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में 'डिजिटल परिवर्तन के लिए जेनरेटिव एआई' पर दो सप्ताह का उच्च शिक्षा कार्यक्रम शुरू हुआ। प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि प्रौद्योगिकी डिजिटल...
मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में ‘डिजिटल परिवर्तन के लिए जेनरेटिव एआई विषय पर दो सप्ताह के उच्च शिक्षा कार्यक्रम का उद्घाटन सोमवार को हुआ। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल मध्य प्रदेश के कुलपति प्रो. राजीव त्रिपाठी ने कहा कि डिजिटल युग में प्रौद्योगिकी निरंतर परिवर्तन का प्रमुख स्रोत बनी हुई है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की जेनरेटिव शाखा डिजिटल परिवर्तन की इस यात्रा में क्रांतिकारी भूमिका निभा रही है। यह न केवल डेटा निर्माण और विश्लेषण में सुधार कर रही है, बल्कि व्यवसायों, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और अन्य क्षेत्रों में नई संभावनाओं के द्वार खोल रही है। कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों के शुरुआती निदान के लिए एआई-संचालित उपकरण विकसित किए जा रहे हैं। सह-प्रमुख अन्वेषक प्रो. जीपी साहू ने कहा कि जेनरेटिव एआई के व्यावहारिक अनुप्रयोग हमारे जीवन को पहले से अधिक प्रभावी, रचनात्मक, और सरल बना रहे हैं। जेनरेटिव एआई शिक्षा को अधिक व्यक्तिगत और सुलभ बना रहा है। इस दौरान प्रो. प्रभात वैश्य, प्रो. वीएस त्रिपाठी, प्रो. जीपी साहू, प्रो. तनुज नंदन आदि ने विचार रखे।
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