रेलवे ने समन्वय से हासिल की बड़ी सफलता
Prayagraj News - मकर संक्रांति स्नान पर्व के दौरान प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए इमरजेंसी प्लान लागू किया गया और भीड़ को डायवर्ट किया गया। रेलवे और...
मकर संक्रांति स्नान पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं की अनुमान से अधिक भीड़ उमड़ पड़ी। रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ बढ़ गई कि प्रवेश रोकने की आवश्यकता पड़ी, लेकिन रेलवे और जिला प्रशासन के बेहतर समन्वय से स्थिति नियंत्रण में आ गई। इमरजेंसी प्लान लागू करते हुए भीड़ को डायवर्ट किया गया। रात दो बजे तक स्थिति सामान्य हो गई और सभी श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया गया। एनसीआर के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन के कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जा रही थी। महाकुंभ मेला की लाइव फीड भी इसमें जोड़ी गई थी। इसका अवलोकन न केवल प्रयागराज जंक्शन बल्कि दिल्ली स्थित रेलवे बोर्ड कार्यालय से भी किया जा रहा था। 14 जनवरी को स्नान पर्व के दौरान दोपहर तीन बजे के बाद भीड़ अत्यधिक बढ़ गई, जिससे यात्री आश्रय स्थल फुल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत इमरजेंसी प्लान लागू किया गया। जिला पुलिस को सूचना दी गई और 10 मिनट के भीतर भीड़ को खुसरोबाग की ओर डायवर्ट करना शुरू किया गया। वहां करीब एक लाख श्रद्धालुओं को रोका गया और उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गई। रेलवे के यात्री आश्रय और कोडिंग प्लान ने ब ड़ी भूमिका निभाई। एक साथ पांचों यात्री आश्रयों से श्रद्धालुओं को क्रमबद्ध तरीके से निकाला गया और सीधे ट्रेनों में चढ़ाया गया। ऑन-डिमांड 101 से अधिक ट्रेनें चलाई गईं और खुसरोबाग से यात्रियों को बुलाकर उनके गंतव्य तक भेजा गया।
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