महाकुम्भ रोजगार का 'मंच', 40 हजार श्रमिकों की घर वापसी
Prayagraj News - प्रयागराज में महाकुम्भ ने परदेस में रह रहे श्रमिकों को रोजगार का अवसर दिया। 45 दिनों में लगभग 40 हजार श्रमिक वापस लौटे और मेला क्षेत्र में रोजगार प्राप्त किया। श्रम विभाग में पंजीकरण के बाद अब वे...

प्रयागराज। आजीविका और बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए परदेस में रह रहे श्रमिकों को महाकुम्भ ने रोजगार का मंच दिया है। 45 दिनों के इस महाआयोजन में करीब 40 हजार श्रमिकों की घर वापसी हुई है। इन्हें मेला क्षेत्र में रोजगार मिला। उन्होंने श्रम विभाग में अपना पंजीकरण भी कराया। अब मेला संपन्न होने के बाद अपने रोजगार पर भी जोर दे रहे हैं। महाकुम्भ के दौरान प्रयागराज में करोड़ों श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। ऐसे में जो लोग यहां रह रहे थे, उन्होंने किसी न किसी प्रकार का व्यवसाय किया। लेकिन इस दौरान प्रयागराज से बाहर रह रहे लगभग 40 हजार लोग वापस आए। इसका कारण शायद यहां पर पुलों, सड़क और महाकुम्भ के दौरान अस्थाई कार्य होने थे। इन लोगों ने श्रम विभाग में अपना पंजीकरण कराया। महाकुम्भ खत्म होने के बाद अब सभी को यहां पर श्रम विभाग से संचालित योजनाओं से जोड़ने का काम भी शुरू कर दिया गया है। अफसरों का कहना है कि इस महीने सभी को परियोजनाओं से जोड़ दिया जाएगा।
यहीं पर अब शुरू करेंगे काम
लौटने वाले श्रमिक यहां पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं। सभी यहीं पर काम शुरू करेंगे। अफसरों का कहना है कि अगर यहां पर रहेंगे तभी परियोजनाओं का लाभ मिलेगा। नहीं तो उन्हें नवीनीकरण कराना होगा।
जिले में सात लाख से अधिक हैं निर्माण श्रमिक
जिले में सात लाख से अधिक निर्माण श्रमिक हैं। ये निर्माण श्रमिक फील्ड में काम करते हैं। इन श्रमिकों को बच्चों की पढ़ाई, निर्माण योजना आदि का लाभ दिया जाता है।
पिछले दो से ढाई महीनों में 40 हजार से अधिक श्रमिक पंजीकृत हुए हैं। इन श्रमिकों को अब पंजीकरण के बाद योजनाओं से जोड़ा जाएगा। ताकि आने वाले दिनों में इन्हें लाभ मिलता रहे।
- राजेश मिश्र, उपायुक्त श्रम
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