पुत्र की दीर्घायु के लिए ललही छठ व्रत आज
पुत्र की दीर्घायु के लिए महिलाएं आज ललही छठ का व्रत रहेंगी। इसे हलषष्ठी भी कहते हैं। इस दिन श्रीकृष्ण के भाई बलराम का जन्म हुआ था। इस अवसर पर महिलाएं वेदी सजाकर विधिविधान से पूजन-अर्चन कर पुत्र की...
पुत्र की दीर्घायु के लिए महिलाएं आज ललही छठ का व्रत रहेंगी। इसे हलषष्ठी भी कहते हैं। इस दिन श्रीकृष्ण के भाई बलराम का जन्म हुआ था। इस अवसर पर महिलाएं वेदी सजाकर विधिविधान से पूजन-अर्चन कर पुत्र की कुशलता की कामना करेंगी।
ज्योतिषाचार्य अवध नारायण द्विवेदी के अनुसार षष्ठी तिथि शनिवार की रात 2:10 बजे से शुरू हो गई है। इसका मान रविवार को दिन और रातभर रहेगा। भोर में 4:15 बजे सप्तमी तिथि लगेगी। इसलिए ललही छठ का पूजन दिनभर किया जा सकता है। भद्रा आदि का कोई योग नहीं है।
पूजन सामग्री की खूब हुई तैयारी
व्रत के पूजन सामग्री की दिनभर खूब खरीदारी की गई। हालांकि शनिवार को बाजार बंद होने के कारण पूजन सामग्री महंगी रही। बाजार में लोगों ने छठ पूजन से संबंधित कुश, महुआ व पलाश का पत्ता, तिन्नी चावल, मिट्टी का छोटा कुल्हड़, सूखा महुआ, भूना बाजरा, चना, चावल, मटर, सुपारी, नारियल, दूब, सिंदूर, फल, फूल आदि पूजन सामग्री की खरीदारी की।
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