पहली बार प्राचार्य पद के लिए लिखित परीक्षा हुई
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से पहली बार प्राचार्य पद के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन कराया गया। विज्ञापन संख्या 49 में विज्ञापित 290 पदों के लिए 917 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा के लिए पंजीकृत...
उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की ओर से पहली बार प्राचार्य पद के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन कराया गया। विज्ञापन संख्या 49 में विज्ञापित 290 पदों के लिए 917 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा के लिए पंजीकृत थे लेकिन 743 अभ्यर्थी ही लिखित परीक्षा के लिए शामिल हुए।
लिखित परीक्षा सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट और आयोग पर्यवेक्षकों की निगरानी में परीक्षा सम्पन्न हुई। परीक्षा के लिए बिशप जॉनसन स्कूल को परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। प्रश्न पत्र दो वर्गों में था। पहले वर्ग में सामान्य ज्ञान एवं दूसरे वर्ग में प्रशासनिक अभिक्षमता से जुड़े सवाल लिये गये थे। सामान्य ज्ञान के लिए 30 एवं प्रशासनिक अभिक्षमता के लिए 70 अंक निर्धारित थे। माइनस मार्किंग होने की वजह से अभ्यर्थियों ने सिर्फ उन्हीं सवाल को हल किया जिनमें अभ्यर्थियों सौ फीसदी विश्वास था कि जवाब सही है। लिखित परीक्षा में तमाम प्रश्न प्राचार्य पद के कार्यक्षेत्र से जुड़े हुये थे।
प्राचार्य पद के लिए हुई लिखित परीक्षा में सभी विषयों से जुड़े प्रश्न पूछे गये थे। प्रश्न पत्र में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से लेकर उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की नीतियों से जुड़े प्रश्न तक शामिल रहे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अधिनियम किस वर्ष से लागू हुआ, सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम कब लागू हुआ, महाविद्यालयों में अनुदानित पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की संस्तुति कौन करता है, राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम के साथ शिक्षा संस्थान के नियमों, कार्यशैली जुड़े प्रश्न भी शामिल रहे। इसके साथ ही इतिहास एवं समसामयिक विषयों और खेल और सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल अभ्यर्थियों को सरल लगे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के स्वागत में हुये कार्यक्रम नमस्ते ट्रम्प कहां आयोजित हुआ सवाल भी प्रश्न पत्र में शामिल था। प्राचार्य पद के अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र को संतुलित बताया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।