तकनीक ने लेखन को कई आयाम दिए : डॉ. चोपड़ा
प्रयागराज में तीन दिनी पुस्तक मेले के समापन पर डॉ. धनंजय चोपड़ा ने लेखन के नए आयामों पर बात की। उन्होंने ब्लॉगिंग और पॉडकास्टिंग के महत्व को बताया। कार्यक्रम में 'शोध गरिमा' पत्रिका का विमोचन किया गया...
प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। बदलती दुनिया और बदलते समय में तकनीक ने लेखन के ढेर सारे आयाम हमारे सामने प्रस्तुत कर दिए हैं। समाचार पत्रों, पत्रिकाओं के वेब संस्करणों ने धूम मचा रखी है। ब्लॉगिंग और पॉडकास्टिंग जैसे वेब मंच पर लेखकों की उपस्थिति लगातार बढ़ रही है। ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी भाषा, अपनी वाणी और अपनी सोच-समझ को मजबूती प्रदान करें। यह बात इविवि के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज के पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. धनंजय चोपड़ा ने कही। डॉ. चोपड़ा जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज में चल रहे तीन दिनी पुस्तक मेला के समापन पर आयोजित व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि विचार रख रहे थे।
विशिष्ट अतिथि प्रो. सारिका दुबे ने भी लेखन व पठनपाठन पर विचार रखे। कार्यक्रम में 'शोध गरिमा' नामक शोध पत्रिका का विमोचन किया गया। विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरण भी किए गए। प्राचार्या प्रो. आशिमा घोष ने स्वागत किया। संचालन डॉ. प्रमा द्विवेदी ने एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. रतनकुमारी वर्मा ने किया। चित्र आधारित कहानी प्रतियोगता में जगत तारन की दिव्या चौधरी प्रथम, आर्य कन्या की भावना यादव द्वितीय तथा जगत तारन की नीलम पटेल तृतीय स्थान पर रहीं। शोधपत्र लेखन में ज्योति, अजय कुमार एवं साक्षी दुबे क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रहीं।
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