राजस्थानी लोकनृत्य कालबेलिया पर झूम उठे दर्शक
Prayagraj News - महाकुम्भनगर में संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न प्रांतों के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियां दीं। राजस्थान के केसरिया गीत, हरियाणवी लोक गीत और मथुरा के मयूर रास नृत्य ने दर्शकों...
महाकुम्भनगर, संवाददाता। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से सेक्टर सात स्थित कलाग्राम के भव्य मंच पर दूसरे दिन विभिन्न प्रांतों के कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां की। कलाकारों ने राजस्थान का मशहूर गीत केसरिया ‘बालम पधारो म्हारे देश और ‘निबुड़ा निबुड़ा पर शानदार प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। इसके बाद कालबेलिया नृत्य में महिला कलाकारों ने सांप की तरह बल खाते हुए नृत्य की प्रस्तुति की तो उपस्थित दर्शकों ने खड़े होकर जोरदार तालियों से कलाकारों का स्वागत किया। हरियाणवी लोक कलाकारों ने ‘कुएं की पणिहारी में घणी दूर ते आया-आया पाणी मन्ने व ‘तेरा ढोल कुएं तेरी पोरी पोरी मटकै गीत की मनमोहक प्रस्तुति की।
मथुरा से आए कलाकारों ने आयो रसिया मोर आयो रसिया, बरसाने की मोर कुटी पे मोर व श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी पर मयूर रास नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा असम के कलाकारों ने हमजार नृत्य और हिमाचल प्रदेश के कलाकारों ने सिमोरी लोकनृत्य की प्रस्तुति की। वहीं कलाग्राम परिसर में अनुभूम मंडपम लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना, जिसमें थ्री डी में बने समुद्र मंथन को देखने के लिए लोगों की कतार लगी रही।
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