मेला क्षेत्र में केंद्रीय अस्पताल का पता ढूंढ रहे श्रद्धालु
Prayagraj News - मेला क्षेत्र में 100 बेड के केंद्रीय अस्पताल में आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। लेकिन मेले में अस्पताल के बोर्ड सीमित जगहों पर लगे होने के कारण श्रद्धालुओं को अस्पताल की जानकारी नहीं मिल रही है।...
मेला क्षेत्र में बने 100 बेड के केंद्रीय अस्पताल में इलाज के अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। लेकिन 25 सेक्टर में फैले मेले में अस्पताल के बोर्ड अस्पताल के आसपास और केंद्रीय दवा भंडार गृह के पास ही लगे हैं। इससे दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को अस्पताल के बारे में जानकारी नहीं हो पाती। जरूरत पड़ने पर लोग झूंसी, दारागंज व आसपास के निजी अस्पताल में जाते हैं। परेड ग्राउंड स्थित केंद्रीय अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीज को एसआरएन अस्पताल रेफर किया जाता है। अलोपीबाग के पास बन रहे शेड में चकर्ड प्लेट से एक मजदूर के पैर में चोट लगने घायल हो गए थे। उसके साथ में काम करने वाले लोगों को अस्पताल के बारे में जानकारी नहीं थी इसलिए प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने के लिए ले गए। रविवार को रीवा से श्रद्धालु भवानी शंकर संगम लोवर मार्ग पर बीपी बढ़ने के कारण बेहोश हो गए। उनके साथ के साथ लोगों ने नजदीक के अस्पताल में जानकारी चाही लेकिन पता नहीं चला। संयुक्त आयुक्त डॉ. वीके मिश्र ने बताया कि साइनबोर्ड मेला क्षेत्र में लगवाए गए हैं, लेकिन संख्या और बढ़ाई जाएगी।
एक बुजुर्ग का बना आयुष्मान कार्ड
मेला क्षेत्र में 70 वर्ष व उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी। रविवार को केंद्रीय अस्पताल में अमेठी की रहने वाली 71 वर्षीय ब्रजराजी का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। हालांकि सर्वर खराब होने के कारण आयुष्मान कार्ड बनाने में दिक्कत भी हुई। नोडल अधिकारी डॉ. राजेश सिंह के अनुसार, मेले में आने वाले ऐसे बुजुर्ग जो आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहते हैं उनके पास आधारकार्ड होना जरूरी है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।