पुरनियों का साथ पाकर निहाल हुए भावी इंजीनियर
प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में आयोजित दो दिनी वैश्विक पुराछात्र सम्मेलन में 1978 बैच के पूर्व छात्र रमेश नारायण मिश्र ने छात्रों को नवीकरणीय ऊर्जा और...
प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। अपने कैंपस के पुरनियों को खुद के बीच पाकर फूले नहीं समा रहे थे भावी टेक्नोक्रेट्स। यह नजारा शनिवार को मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में आयोजित दो दिनी वैश्विक पुराछात्र सम्मेलन के दौरान देखने को मिला। मुख्य अतिथि 1978 बैच के पुरा छात्र व सतलुज जल विद्युत परियोजना के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक रमेश नारायण मिश्र, निदेशक प्रो. आरएस वर्मा, सिल्वर जुबिली बैच के प्रतिनिधि डॉ. जीत सिंह, गोल्डन जुबिली बैच के प्रतिनिधि जगदीश प्रसाद तिवारी ने कार्यक्रम की शुरुआत की।
मुख्य अतिथि रमेश नारायण मिश्र ने छात्रों और शोधकर्ताओं को नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में नवीन अनुसंधान को तेज करने की दिशा में प्रेरित किया। उन्होंने तकनीकी संस्थानों को हरित उर्जा पर आधारित शोध पर विशेष जोर देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बढ़ती ऊर्जा मांग को देखते हुए ऐसे टिकाऊ विकल्पों की तलाश जरूरी है, जो पर्यावरण के अनुकूल हों। रमेश नारायण मिश्र ने ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन, भंडारण और वितरण पर भी ध्यान केंद्रित करने की बात कही। इसके साथ ही, उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी पर भी ध्यान देने की आवश्यकता बताई।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।