Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़प्रतापगढ़ - कुंडाSpiritual Significance of Shrimad Bhagwat Katha Celebrated in Narasinghpur

मोक्षदायिनी है श्रीमद्भागवत कथा

हथिगवां में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन हुआ, जिसमें भागवताचार्य संतोष ने भक्ति का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि कथा सुनने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। कुंडा विधायक राजा भैया ने भी भाग लिया और आचार्य ने...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रतापगढ़ - कुंडाThu, 21 Nov 2024 06:46 PM
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हथिगवां, हिन्दुस्तान संवाद। कई जन्मों को पुण्य उदय होने पर श्रीमद्भागवत कथा सुनने का अवसर मिलता है। अपनी जीवन सफल करने को हर व्यक्ति को श्रीमद्भागवत कथा सुननी चाहिए। क्योंकि मानव के लिए श्रीमद्भागवत कथा मोक्षदायिनी है। यह सीख नरसिंहपुर टिकुरी दशरथपुर मे चल रही श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम दिवस पर भागवताचार्य संतोष ने दी। उन्होंने कहा कि भक्ति का पहला मार्ग श्रीमद्भागवत कथा सुनना है। जिसका मन श्रीमद्भागवत कथा में लग गया उसका भगवान तक पहुंचाने का रास्ता सरल हो जाता है। आचार्य ने कहा श्रीमद्भागवत कथा केवल मृत्युलोक में ही सुनी जा सकती है यह मानव का सौभाग्य है, स्वर्ग में देवता लोक कथा के लिए तरसते हैं। कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया श्रीमद्भागवत कथा में पहुंचे। आचार्य संतोष ने राजा भैया को सम्मानित करते हुए प्रसाद और आशीर्वाद दिया। इस मौके पर संगमलाल तिवारी, प्रधान बउआ तिवारी, सत्यव्रत शुक्ला, छोटेलाल तिवारी, हेमेन्द्र नारायण, अम्बुज त्रिपाठी, मोहित त्रिपाठी, अनुज त्रिपाठी, कुसुम तिवारी, मीरादेवी, नीशा देवी, सरला देवी, सीता देवी, योगेश्वर, रामेश्वर, भारत लाल, ज्ञानेश्वर तिवारी आदि मौजूद रहे।

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