साक्षात आनंद के स्वरूप हैं श्रीकृष्ण
बिहार के वंशी का पुरवा सकरदहा गांव में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। कलश शोभा यात्रा में श्रद्धालुओं ने मंत्रपूजित कलश सिर पर रखकर यात्रा निकाली। आचार्य स्वनिल दास ने भगवान श्रीकृष्ण...
कुंडा, संवाददाता। बिहार के वंशी का पुरवा सकरदहा गांव में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। कथा से पहले शनिवार को कलश शोभा यात्रा निकाली गई। आचार्य स्वनिल दास के मंत्रपूजित कलश सिर पर धारण कर श्रद्धालुओं ने शोभा यात्रा निकले। यात्रा कथा स्थल से सकरदहा बाजार, हनुमत धाम, शिवधाम, लक्ष्मणेश्वर नाथ धाम, कंकड़ पत्थर धाम होते हुए वापस कथा स्थल पहुंची। कलश स्थापना, देवी पूजन के साथ सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आगाज हुआ। आचार्य स्वनिल दास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ही साक्षात आनंद के स्वरूप हैं। संसार सागर में आनंद खोजने के बजाय मानव को भगवान के चरणों में आनंद खोजना चाहिए। इस मौके पर अधिवक्ता आशीष मिश्रा, जगदीश मिश्रा, अशोक मिश्रा, पंकज, सचिन, राजन सिंह, हरेन्द्र मिश्र, वीरेन्द्र पाण्डेय, मुन्ना यादव आदि मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।