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बहराइच हिंसा में बड़ा ऐक्शन, पुलिस ने आरोपी सरफराज और तालिब को एनकाउंटर में किया गिरफ्तार

  • नेपाल भागने की फिराक में बहराइच हिंसा के पांच आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी सरफराज और तालिब के पैर में गोली मारी है। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, बहराइचThu, 17 Oct 2024 03:31 PM
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बहराइच हिंसा में राम गोपाल हत्याकांड मामले में यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से हिंसा के मुख्य आरोपी सरफराज और तालिब को एनकाउंटर में पकड़ा गया है। एनकाउंटर के दौरान दोनों आरोपियों के पैर में गोली मारी गई है। गोली लगने से घायल दोनों आरोपियों को पुलिस ने नानपारा सीएचसी में भर्ती कराया, यहां से उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार सरफराज की हालत गंभीर बताई जा रही है।

हरदी थाने के महराजगंज में मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान 13 अक्टूबर को शाम पथराव के बाद छत पर चढ़े रेहुआ मंसूर गांव के 25 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सरफराज उर्फ रिंकू, तालीम उर्फ सबलू, अब्दुल हमीद समेत छह नामजद सहित 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। हत्या के बाद भड़की हिंसा में दूसरे दिन आगजनी समेत कई घटनाएं हुई थी। हत्या के बाद हमीद समेत सभी आरोपित फरार हो गए थे। इनकी गिरफ्तारी को लेकर एसटीएफ चीफ अमिताभ यश भी पहुंचे थे। दो टीमें लगातार इनकी तलाश में लगी थीं।

गुरुवार को दोपहर सभी पांचों आरोपित नेपाल भागने की फिराक में थे, तभी एसटीएफ को सूचना मिली। कोतवाली नानपारा क्षेत्र के हांडा बसहरी के पास घेराबंदी कर पकड़ा गया। हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के लिए जैसे ही पुलिस सरफराज उर्फ रिंकू और तालीम उर्फ सबलू को लेकर मौके पर पहुंची तो दोनों ने झाड़ियों में छिपाकर रखे असलहों से पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में गोली लगी है। आनन-फानन में दोनों को सीएचसी नानपारा ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों की जांच में खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। उन्हें विशेष वार्ड में पुलिस सुरक्षा में रखा गया है। पकड़े गए अब्दुल हमीद व अन्य दो आरोपितों से एसटीएस की टीम पूछताछ कर रही है। ताकि हिंसा में शामिल लोगों को बेनकाब कर कानूनी कार्रवाई की जा सके।

अस्पताल में पुलिस का जमावड़ा, तीमारदारों के आवागमन पर रोक

रामगोपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपितों के पुलिस मुठभेड़ में घायल होने पर सीएचसी नानपारा व जिला अस्पताल छावनी में तब्दील रहा। तीमारदारों को वार्डों से बाहर कर दिया गया। पूरा परिसर खाली करा दिया गया। पुलिस, पीएसी संग आरआरएफ के जवान मुस्तैद कर दिए गए। एसपी वृंदा शुक्ला, एएसपी शहर रामानंद कुशवाहा, सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, प्रिंसिपल डॉ. संजय खत्री समेत पुलिस के आला अधिकारी अस्पताल में डटे रहे।

अवैध असलहा भी बरामद किया गया

जिस जगह पुलिस से हत्यारोपितों से मुठभेड़ हुई है। वहां से दो असलहे बरामद किए गए हैं। एसपी ने बताया कि सुनियोजित तरीके से दोनों असलहों को लोड कर रखा गया था। पुलिस सक्रिय न होती तो घायल हो सकती थी। बरामद असलहे को लेकर जल्द घायल आरोपितों से पूछताछ करेगी।

इनकी हुई गिरफ्तारी

रामगोपाल हत्याकांड में शामिल अब्दुल हमीद, सरफराज उर्फ रिंकू, मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद फहीम व मोहम्मद अफजल शामिल हैं। सरफराज व तालिब जिला अस्पताल में भर्ती हैं। हमीद व अन्य पुलिस की हिरासत में हैं।

बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया, महराजगंज मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान रामगोपाल मिश्र की हत्या करने वाले पांच मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुठभेड़ में दो को गोली लगी है। अन्य तीन से पूछताछ हो रही है।

एटीएस के लिए चुनौती बन गई थी सरफराज की गिरफ्तारी

बहराइच के महाराजगंज क्षेत्र में 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान कहासुनी के बाद छत पर चढ़े रामगोपाल को गोली मार दी गई थी। इस हत्याकांड में सरफराज उर्फ रिंकू, फहीम व हमीद को आरोपी बनाया गया था। घटना के बाद से ही सभी फरार हो गए थे। जिला अस्पताल में रामगोपाल के दम तोड़ने के बाद रिश्तेदारों की मदद से सभी के रुपईडीहा बॉर्डर से नेपाल भागने की बात सामने आई थी। पुलिस सूत्रों का कहना था कि हमीद का बड़ा बेटा नेपाल में ही परिवार संग रह रहा है। घटना को अंजाम देने के बाद 14 अक्टूबर को सभी वहीं पहुंचे थे, लेकिन एटीएस के पीछे लगे होने की खबर पर वहां से भी वे सभी फरार हो गए हैं। ऐसे में एटीएस और आईबी की टीम नेपाली पुलिस के साथ उनकी तलाश कर रही थी।

सरफराज और पुलिस के गठजोड़ की भी हो रही जांच

बताया जा रहा है कि सराफा का काम होने की वजह से हमीद और सरफराज़ का पुलिस से गठजोड़ मजबूत रहा है। यह तथ्य भी जांच में सामने आ रहा है.। हत्या के बाद जिस तरह से हमीद व सरफराज घर से निकल भागने में सफल रहे उस पर शंका जाहिर की जा रही है।

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