पुलिस किसी की जाति देखकर कार्रवाई नहीं करती, अखिलेश के आरोपों से यूपी डीजीपी ने किया इनकार
- डीजीपी प्रशांत कुमार ने अखिलेश यादव द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा, पुलिस किसी की जाति देखकर कार्रवाई नहीं करती। समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया है कि पुलिस जाति देखकर अपराधियों को मुठभेड़ में निशाना बना रही है।
यूपी के सुलतानपुर में लूट के एक मामले के आरोपी मंगेश यादव की पुलिस से मुठभेड़ में मौत पर विपक्ष के आरोपों के बीच उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने सफाई दी है। प्रशांत कुमार ने अखिलेश यादव द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा, पुलिस किसी की जाति देखकर कार्रवाई नहीं करती। समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया है कि पुलिस जाति देखकर अपराधियों को मुठभेड़ में निशाना बना रही है। कुमार ने 73वीं अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर-2024 के उद्घाटन समारोह से इतर संवाददाताओं से बातचीत में सपा के इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'इस तरह की चीजें पुलिस नहीं करती।' उन्होंने मुठभेड़ के दौरान की स्थितियों की तरफ इशारा करते हुए कहा, 'इस तरह की सारी बातों (आरोपों) का मैं खंडन करता हूं। पुलिस पूरी तरह निष्पक्ष होकर कार्रवाई करती है।'
सुलतानपुर जिले में पिछले महीने एक सर्राफा व्यवसायी की दुकान में डकैती के मामले में आरोपी एक लाख रुपये का इनामी बदमाश मंगेश यादव पिछले बृहस्पतिवार तड़के राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। सपा ने इसे जाति देखकर की गई फर्जी मुठभेड़ करार दिया था। कानपुर में रेलवे ट्रैक पर रसोई गैस सिलिंडर पाए जाने के बारे में पुलिस महानिदेशक ने कहा, 'वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया है। मामले की गंभीरतापूर्वक पड़ताल की जा रही है।' आतंकवाद रोधी दस्ते के भी मौके पर पहुंचने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कुमार ने कहा, 'हम सभी पहलुओं को देखेंगे और बिना पूरी जांच-पड़ताल किये इस पर कुछ भी कहना अभी संभव नहीं है।'
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के कानपुर जिले में एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया। रविवार रात अज्ञात लोगों ने प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के सामने पटरी पर रसोई गैस सिलिंडर रख दिया। इसे देखकर चालक ने इमर्जेंसी ब्रेक लगाए और सिलिंडर उससे टकराकर दूर जा गिरा। गनीमत रही कि सिलिंडर फटा नहीं। रेलवे ने इस सिलसिले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में पांच टीमें गठित की गई हैं।