फर्जी वेब सीरीज से प्रभावित होकर दसवीं पास घर में ही छापने लगा नकली नोट, एक साल में खपाए लाखों नोट
मुरादाबाद पुलिस ने शनिवार देर रात छापा मारकर नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक आरोपी फर्जी वेब सीरीज देखकर नकली नोट बनाने का काम शुरू किया था।
यूपी के मुरादाबाद पुलिस ने शनिवार देर रात छापा मारकर नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से 2 लाख 74 हजार 550 की नकली करेंसी के साथ प्रिंटर, स्कैनर और अन्य सामान भी बरामद किया है। गिरोह किराए के कमरे में नकली नोटों का छापखाना चला रहा था। पुलिस के अनुसार आरोपी आदिल ने ‘फर्जी’ वेब सीरीज देखकर नकली नोट बनाने का यह काम शुरू किया था। वह दसवीं पास है और एक साल से नकली नोट छाप रहा था। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह और सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने रविवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर नकली नोट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि नकली नोटों की सूचना पर शनिवार रात पुलिस टीम ने जयंतीपुर चौकी क्षेत्र के ऊंचा टीला के पास स्थित एक कमरे में छापेमारी की। यहां पुलिस को नकली नोट छपते मिले। पुलिस ने वहां मौजूद जयंतीपुर के ही टंकी के पास रहने वाले आदिल, नई बस्ती काले बाबा के मैदान के पास रहने वाले शबाब अख्तर उर्फ राहुल और बिलारी के राजा का सहसपुर निवासी मोहम्मद नाजिम को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही मौके से 3 हजार 500 रुपये की असली करेंस, 2 लाख 74 हजार 550 रुपये की नकली करेंसी के साथ ही 13 प्रिंटेड शीट, स्कैनर, प्रिंटर और अन्य उपकरण बरामद किए।
एसपी सिटी के अनुसार इस गिरोह का सरगना आदिल है। पूछताछ में उसने बताया कि उसके ऊपर कुछ कर्ज हो गया था। उसी के चक्कर में शार्ट कट में पैसा कमाने का रास्ता खोज रहा था। तभी वेब सीरिज फर्जी देखा और नकली नोट बनाने का काम शुरू कर दिया। बताया कि पहले वह छोटे नोट छापता था बाद में पांच सौ तक के नोट छाप कर ग्रामीण क्षेत्रों और आसपास के जिले के गांवों में जाकर चलाने लगा। आरोपियों ने स्वीकार किया कि अब तक तीन लाख से अधिक की नकली करेंसी असली के रूप में चला चुके हैं। एसपी सिटी के अनुसार इस गिरोह के बारे में गहनता से जांच की जा रही है। कुछ और नाम सामने आए हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों का कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।