सेंटरों पर सन्नाटा, मिलों पर स्टाक धान बढ़ा रहा खरीद लक्ष्य की शोभा
Pilibhit News - धान क्रय केन्द्रों पर सन्नाटा है, लेकिन कागजों में खरीद बंपर हो रही है। किसानों को ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगाने के लिए बुलाया जा रहा है। बीसलपुर में 39 क्रय केन्द्र हैं, जहां किसानों की शोषण की शिकायतें...
धान क्रय केन्द्रों पर सन्नाटा पसरने के बाद भी कागजों में जिले भर के केन्द्रों पर इनदिनों बंपर खरीद हो रही है। मिलों पर जो धान खरीदा गया है उसका स्टाक ही शासन के धान क्रय लक्ष्य की शोभा बढ़ा रहा है। केन्द्रों पर सिर्फ किसानों को ई-पॉस मशीन पर अंगूठा लगाने के लिए बुलाया जा रहा है। क्रय केन्द्रों के आवंटन की बात करें तो बीसलपुर तहसील क्षेत्र में एफसीआई का एक, एफसीएस के नौ, पीसीएफ के सात, यूपीसीयू के नौ व यूपीएसएस क्रय केन्द्र संचालित हैं। कुल 39 क्रय केंद्र में से अधिकांश केंद्र बीसलपुर मंडी समिति में ही हैं। यहां केंद्रों पर खरीद के हालातों से किसान पहले ही दुखी है। लगातार शोषण की शिकायतें हैं। किसानों का आरोप है कि केन्द्र आवंटन में ही माफिया हावी हो जाते हैं। प्रशासन को चाहिए कि दूर गांवों में केंद्र खोलें जिससे किसान आसानी वहां धान बेंच सके। लेकिन ऐसा न करके गांवों के नाम मंजूर सेंटर भी मंडी में लगवाकर किसानों को भटका दिया जाता है। बिलसंडा की बात करें तो यहां बीसलपुर मण्डी से 25 से 30 किमी दूर बार्डर के गांवों में तक केन्द्र नहीं खोले गए। एक दो केंद्र खुले हैं तो वहां बाकी केन्द्रों की तरह कागजों का खेल हो रहा है। सिमरोली के किसान प्रवेश सिंह बताते हैं कि क्रय केंद्र पर धान उसी का तुलता है जो सारी शर्त मानें। नही तो धान फेल कर देते हैं कभी कांटे में खेल करते हैं तो कभी इतना इंतजार और नियम बताते हैं कि किसान रो पड़े। मजबूरन वो मिल व आढ़तों पर धान बेंचता है, अब यही धान खरीद का हिस्सा बन रहा है। कागजों पर खरीद के लिए किसानों से 100 से 150 रुपये कुंतल दाम दिया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।