परिवार की ताकत से रेलवे के गार्ड ने जीती दो बार कोरोना से जंग
अकेले इंसान कुछ नहीं कर सकता। पर जब परिवार का साथ हो तो सकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। ऐसे में जीवन जीने की प्रेरणा भी मिलती है। ऐसा ही कुछ हुआ भारतीय...
पीलीभीत। वरिष्ठ संवाददाता
अकेले इंसान कुछ नहीं कर सकता। पर जब परिवार का साथ हो तो सकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। ऐसे में जीवन जीने की प्रेरणा भी मिलती है। ऐसा ही कुछ हुआ भारतीय रेलवे में गार्ड शिव कुमार यादव उर्फ जुगनू के साथ। वे दो बार कोरोना संक्रमण की जद में आए और दोनों ही बार कोरोना योद्धा बन कर निकले। यह परिवार की ताकत थी जिसने आत्मबल बढ़ा कर उनको नई जिंदगी दी।
पीलीभीत में रेलवे माल गोदाम बल्लभनगर निवासी शिव कुमार यादव इन दिनों कानपुर के अनवरगंज में गार्ड हैं। उन पर पहली बार 14 अप्रैल को कोरोना ने हमला किया। वे जब तक ठीक हो पाते और रिपोर्ट निगेटिव आई। तो उनकी तबियत फिर बिगड़ गई। दोबारा फिर से संक्रमण ने उन्हें घेर लिया। तीस अप्रैल को फिर से होम आइसोलेट होते हुए शिव कुमार कुछ कमजोर पड़ने लगे। पर भाई बहनों रिश्तेदारों में कुल मिलाकर सब 40 लोगों के हंसते खेलते परिवार ने हिम्मत जगाई और दूसरी बार भी शिव कुमार ने कोरोना को हरा दिया।
अभी वे अपने घर पर ही स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। पर कहते हैं कि जब अपने साथ खड़े हों तो फिर सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। मेरी पत्नी लक्ष्मी, मां मालती देवी समेत लुधियना, गोरखपुर, शाहजहांपुर, बरेली और अन्य जगहों के परिवारिजनों ने सुबह शाम मेरी ताकत बढ़ाई और मैं भला चंगा हो गया।
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