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टूट रहा बाढ़ पीड़ितों का सब्र, अब होगी सामूहिक भूख हड़ताल

Pilibhit News - शारदा नदी की बाढ़ और कटान से बचने के लिए गांव राहुलनगर में 98 दिन से आंदोलन और 84 दिन से भूख हड़ताल चल रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब 24-25 जनवरी को तहसील...

Newswrap हिन्दुस्तान, पीलीभीतFri, 10 Jan 2025 05:27 PM
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शारदा नदी की बाढ़ और कटान से होने वाली तबाही से बचाने के लिए धनाराघाट से खिरकिया बरगदिया तक नदी पर तटबंध बनाने आदि मांगों को लेकर गांव राहुलनगर मजदूर बस्ती में पिछले 98 दिन से आंदोलन और 84 दिन से भूख हड़ताल बाढ़ पीड़ितों द्वारा की जा रही है। सुनवाई न होने से उनमें आक्रोश है। मांगे पूरी न होने से उनके सब्र का बांध टूट चुका है। ऐसे में अब ग्रामीणों द्वारा तहसील मुख्यालय पर विशाल सामूहिक भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है जो 24 व 25 जनवरी को होगी। इसमें तहसील क्षेत्र के सभी बाढ़ प्रभावित गांवों के लोग शामिल होंगे। पूरनपुर तहसील क्षेत्र के गांव चंदिया हजारा, राहुलनगर मजदूर बस्ती, खिरकिया बरगदिया, बैल्हा, कालोनी नंबर छह, राणाप्रताप नगर, नहरोसा, टाटरगंज, बाजार घाट आदि गांवों के लोग पिछले कई सालों से शारदा नदी की बाढ़ और कटान का सामना करते चले आ रहे हैं। पिछले साल 2024 में भी नदी ने भारी तबाही मचाई। नदी की तबाही से बचाने के लिए भाकपा माले द्वारा गांव राहुलनगर में 98 दिन पहले आंदोलन शुरू किया गया जो जारी है। यही नहीं 84 दिन से महिलाएं व पुरुष भूख हड़ताल भी कर रहे हैं। बावजूद इसके उनकी मांगों की सुनवाई नहीं हो रही है। भाकपा माले जिला सचिव कॉमरेड देवाशीष राय बताया कि शुक्रवार को भूख हड़ताल पर सोनिया देवी, संगीता देवी, कालिदासी, अमलावती देवी, लक्ष्मी कुमारी बैंठी। पूरे गांव के लोगों ने समर्थन किया। राहुलनगर के कई किसानों की जमीन फसल समेत नदी में समा चुकी है। मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है लेकिन शासन-प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। ऐसे में अब 24-25 जनवरी से पूरनपुर तहसील में विशाल सामूहिक भूख हड़ताल की जाएगी। इसकी तैयारी कर ली है। बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों से संपर्क साधकर विशाल धरना प्रदर्शन में शामिल होने की सहमति ली जा रही है। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रखा जाएगा। जरूरत पड़ने पर इस आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।

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