Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़पीलीभीतPantoon bridge overflowed in Saradha disconnected route of dozens of villages

उफनाई शारदा में बह गया पैंटून पुल, दर्जनों गांव का कटा संपर्क मार्ग

तीन दिनों से हो रही बारिश में शारदा नदी उफना गई। इससे हजारा में शारदा नदी पर दर्जनों गांव के आवागमन को बना पैंटून पुल भोर में बह...

Newswrap हिन्दुस्तान, पीलीभीतSat, 22 May 2021 03:41 AM
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तीन दिनों से हो रही बारिश में शारदा नदी उफना गई। इससे हजारा में शारदा नदी पर दर्जनों गांव के आवागमन को बना पैंटून पुल भोर में बह गया। हालांकि डेढ़ किलोमीटर आगे पड़ताल कर लोनिवि की टीम ने इसे खोज लिया। पर तय वक्त 15 जून से पूर्व पैंटून पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण ट्रांस क्षेत्र का तहसील और जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। बनबसा बैराज से पानी अधिक डिस्चार्ज कर दिए जाने से भी यह घटनाक्रम होना माना जा रहा है।

ट्रांस शारदा के ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा को लेकर प्रत्येक वर्ष धनाराघाट और हजारा में शारदा नदी पर लोक निर्माण विभाग की तरफ से 15 अक्टूबर को पैंटून पुल का निर्माण किया जाता है। बाढ़ आने से पहले 15 जून को इसे हटा लिया जाता है। इस बार निर्माण एजेंसी की लापरवाही के चलते पैंटून पुल बनाने में काफी अनियमितताएं रहीं। जिओ बैग की जगह सीमेंट के कट्टों में मिट्टी भर दी गई। पैंटून को रोकने के लिए आधी अधूरी कमजोर रस्सी भी इसकी वजह बनीं। इसका क्षेत्रीय लोगों ने विरोध भी किया था। गुरुवार रात से लगातार बारिश के कारण शारदा नदी का जलस्तर शुक्रवार को अचानक बढ़ गया। यही नहीं, बनबसा बैराज से भी पानी इसमें छोड़े जाने से शारदा उफना गई। इसके बाद भोर में अचानक पैंटून पुल बह गया। इसमें लगभग 50 लकड़ी के पटले भी बह गए।

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करीब डेढ़ सौ किलोमीटर का फेर

ग्रामीणों को अब लखीमपुर और शाहजहांपुर जिले के पलिया, भीरा, खुटार से डेढ़ सौ किलोमीटर का लंबा फेर कर तहसील और जिला मुख्यालय पहुंचना भारी होगा। इसमें समय और पैसा दोनों की बर्बादी होती है। पैंटून पुल होने से यह सफर कम खर्चे में मात्र 20 किमी. का होता है। लोनिवि के अवर अभियंता मुकेश कुमार ने बताया कि जिस स्थान पर पुल बना था। वहां से लगभग डेढ़ किलोमीटर आगे राहुलनगर से पहले पुल खुद रुका मिला।

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इन गांव का कटा संपर्क मार्ग

पुल बहने से बॉर्डर क्षेत्र के गांव सिंघाड़ा उर्फ टाटरगंज, कंबोजनगर, टिल्ला नंबर 4, राघवपुरी, बाजारघाट, धर्मपुरी, सिद्धनगर, शास्त्रीनगर, भरतपुर, नेहरूनगर, लक्ष्मणनगर, रामनगर, शांतिनगर, मौरनिया गांधीनगर, श्रीनगर, कबीरगंज, राणाप्रतापनगर, नहरोसा, विजय नगर, कुठिया गुंदिया सहित दर्जनों गांव की लगभग एक लाख की आबादी को जिला व तहसील मुख्यालय पहुंचने में सुविधा रहती है।

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शारदा नदी में पानी का बहाव तेज होने से पैंटून बह गया है। इसे रि-स्टोर करने को कहा गया है। इससे लोगों को आवागमन की सुविधा मिल सके। - पुलकित खरे, डीएम।

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पैंटून पुल बह जाने की सूचना सुबह मिली थी। लापरवाही जैसी कोई बात नहीं। बैराज से पानी छूटने पर जलस्तर बढ़ गया था। दो अफसर जेई अनूप कुमार और जेई मुकेश कुमार अपनी अपनी टीमों को लेकर रवाना हुए और इसे ढूंढ लिया। रिस्टोर करा रहे हैं। - हरस्वरूप सिंह, एसई लोनिवि।

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