अब आउटर पर नहीं रोकी जाएगी त्रिवेणी एक्सप्रेस, रेलवे की अनुमति का इंतजार
मुख्य संरक्षा आयुक्त की मेजबानी करने की तैयारी में जुटे पीलीभीत रेलवे स्टेशन पर एक और काम पूरा कर लिया गया है। इससे न केवल जंक्शन का कद ऊंचा हुआ है बल्कि यात्रियों और रेलवे संचालन की दिशा में किए जा...
मुख्य संरक्षा आयुक्त की मेजबानी करने की तैयारी में जुटे पीलीभीत रेलवे स्टेशन पर एक और काम पूरा कर लिया गया है। इससे न केवल जंक्शन का कद ऊंचा हुआ है बल्कि यात्रियों और रेलवे संचालन की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को भी बड़ी सफलता मिली है। प्लेटफार्म चार पर यात्री सुविधाओं और संचालन को लेकर चल रहे काम पूरे कर लिए गए हैं। अब विभागीय रवन्ना फिट मिल मिलने का इंतजार किया जा रहा है।
जंक्शन पर प्लेटफार्म एक, दो और तीन तो बन कर पूरी तरह से तैयार हो गए थे। इनका संचालन भी हो रहा था। सुबह नौ बजे से साढ़े नौ बजे के बीच अंतराल में बरेली जाने वाली पैसेंजर और त्रिवेणी ट्रेन के संचालन को लेकर कुछ दिक्कतें पेश आ रहीं थी। इस कारण प्लेटफार्म नंबर एक से पैसेंजर ट्रेन को रवाना किये जाने के बाद ही टनकपुर से सिंगरैली त्रिवेणी एक्सप्रेस को प्लेटफार्म एक पर लिया जाता था। इस बजह से लगातार ही ट्रेन को आउटर पर खड़ा करना पड़ता था। दरअसल रूट की अहम ट्रेन होने के नाते इसे आउटर पर खड़ा कर दिए जाने से विभागीय नियम कायदों को लगातार झटका लग रहा था। इसी क्रम में रेलवे ने पूरा गौर किया और प्लेटफार्म चार को विस्तार देने की तैयारी कर ली थी। इस प्रोजेक्ट पर कई महीनों तक काम चला और तेजी से इसे पूरा करने के निर्देश भी अधिकारियों ने दिए। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक प्लेटफार्म चार पर हर तरह का काम पूरा कर लिया गया है। अब कहीं कोई दिक्कत नहीं है। हालांकि रेलवे की प्रक्रिया के अंतर्गत ओके हो चुके प्लेटफार्म संख्या चार पर फिट मिलने की एक प्रक्रिया है। इसमें सभी विभागीय अधिकारियों और सुपरवाइजरों की एक सहमति बनती है और तब किसी भी प्लेटफार्म को ओके करने के साथ इस पर संचालन किया जाता है। अधिकारियों ने बताया कि अब सुबह नौ बजे जाने वाली बरेली पैसेंजर ट्रेन को प्लेटफार्म चार से रवाना करने की सहूलियत मिल जाएगी। साथ ही अहम ट्रेन त्रिवेणी को प्लेटफार्म एक से रवाना करने की सहूलियत मिल जाएगी। बाकी दो लाइनों पर टनकपुर पैसेंजर और अतिरिक्त लाइन पर बरेली से आने वाली पैसेंजर टे्रन को लिया जा सकेगा। इससे सभी चारों लाइन संचालित हो जाएगी और संचालन सरल और सहजता से हो सकेगा।
इनसेट
वेंडर को मुनाफे का इंतजार
यहां खास बात है कि प्लेटफार्म नंबर एक से पूरे दिन में केवल तीन ट्रेन ही रवान होती हैं। पहली त्रिवेणी एक्सप्रेस, दूसरी ऊना हिमाचल एक्सप्रेस और रात्रि में डेमो की डाउन ट्रेन। इससे प्लेटफार्म नंबर एक के वेंडरों को भी काफी परेशानी होती है। अधिक ट्रेने इस प्लेटफार्म पर न लिए जाने से बिक्री पर असर पड़ता है और कोई मुनाफा नहीं होता है। जिससे उनमें भी मायूसी छा रही है। महज दो ट्रेन एक त्रिवेणी एक्सप्रेस और दूसरी ऊना हिमाचल से ही कुछ आय वेंडरों को हो पाती है, जबकि रात में साढ़े नौ बजे जाने वाली डेमो ट्रेन से वेंडरों को कोई लाभ नहीं होता है। वेंडरों का मानना है कि अगर ट्रेनों का संचालन बढ़ेगा तो कुछ मुनाफा हो जाएगा।
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