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पांच रिपोर्टर: बारिश में भीगा हजारों क्विंटल सरकारी गेहूं

बीते तीन दिनों से जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां एक तरफ तराई को तर कर दिया तो वहीं सरकारी व्यवस्था की पोल भी खोल कर रख दी...

Newswrap हिन्दुस्तान, पीलीभीतFri, 21 May 2021 03:41 AM
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मुख्यालय पर गेहूं सहेजने को दिखी अफरातफरी

बिलसंडा में मोटर लगा कर निकाला जा रहा पानी

पीलीभीत। हिन्दुस्तान टीम

तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है, मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है... अदम गोंडवी साहब का यह मशहूर शेर आज फिर मौजूं हो उठा है। बीते तीन दिनों से जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां एक तरफ तराई को तर कर दिया तो वहीं सरकारी व्यवस्था की पोल भी खोल कर रख दी है। अकेले बीसलपुर में अनुमानित ढाई हजार क्विंटल गेहूं भीगा तो वहीं बिलसंडा में तो गेहूं तलाबनुमा जगह में दिखाई देकर सरकारी सिस्टम को बयां कर रहा है। अफसरों का कहना है कि किसानों को समझाने के बाद भी वे नहीं मानते और खुले में गेहूं उतार कर चले जाते हैं।

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मंडी में पन्नी नीचे भी सील गया गेहूं

पूरनपुर : किसान मंडी में गेहूं भीगने के बाद वहां से चले गए। इसके बाद निराश किसान ने न तो किसी से शिकायत की और न हीं किसी से कोई विरोध जताया। मंडी प्रशासन को चाहिए किसानों की मेहनत को सहेज कर उसे वाजिब रूप से सुरक्षित करने की जरूरत है। ताकि यह समाज हित में योगदा दे।

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बिलसंडा में पानी निकालने को लगाई मोटर

बिलसंडा। किसान सहकारी सेवा समिति में लगे क्रय केंद्र में बारिश के बाद हाल देखा तो किसान की मेहनत पर रोना आ गया। यहां पड़ा गेहूं कहने को तो तिरपाल से सुरक्षित किया गया था। पर जिस जगह पर इस ढेर को लगाया गया वहां पानी भर गया। अब तलाबनुमा इस स्थान पर मोटर लगा कर पानी निकाला जा रहा है।

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मुख्यालय पर दिखी अफरातफरी

पीलीभीत। मुख्यालय पर मंडी में गेहूं सुरक्षित रखने का प्रयास दिखता है पर यहां भी गेहूं की उठान बेहतर नहीं है। जब मौसम खराब हुआ तो गेहूं की खेप को शेड में तो सहेज लिया गया पर जो गेहूं आ रहा था उसकी उठान को लेकर दिक्कतें हैं। विभागीय जानकारों की मानें तो श्रमिकों की कमी आड़े आ रही है।

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हवा में उड़ी तिरपाल भीगा गेहूं

बीसलपुर। बीसलपुर मंडी समिति में भी गेहूं की सुरक्षा के नाम पर केवल तिरपाल की आड़ ली गई। जबकि हर किसी को पता है कि बिगड़े हुए इस मौसम में सबसे अधिक हवाएं ही सितम ढा रहीं हैं। यहां तिरपाल तिनके की तरह हवा में उड़ी और लगा कई क्विंटल गेहूं बारिश में भीग गया।

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मंडी के एक केंद्र पर सड़ गया गेहूं सुखाया गया

फोटो : 19 क्रय केंद्र पर सुखाया जा रहा गेहूं।

पूरनपुर। सब्जी मंडी में लगे एक केंद्र पर कई क्विंटल गेहूं बरसात के पानी से भीगने पर सड़ गया। गुरुवार को टीनशेड में सुखाने के लिए डाला गया। गेहूं की स्थिति ऐसी हो गई है कि उसमें से दुर्गंध आने लगी है। यह गेहूं किसानों का है या तुलने के बाद खराब हुआ है। इसके बारे में केंद्र पर जानकारी देने वाला कोई नहीं मिला। इस दिन अधिकांश क्रय केंद्रों पर प्रभारी नदारद रहे। वहीं तौल न होने और गेहूं भीगने से किसान भी क्रय केंद्रों पर नहीं मिले।

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किसानों से कहा जाता है कि जब वे अपना गेहूं लेकर आए तो उसे तौलने तक ट्राली में ही रखे। ताकि बारिश आदि होने पर इसे सुरक्षित कर लिया जाए। पर किसान मानते नहीं हैं और उसे खुले में डाल कर चले जाते हैं। कोशिश है कि इसे सहेजा जा सके।

- डॉ.अविनाश झा, डिप्टी आरएमओ।

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