मुस्लिम लड़की की शादी का कार्ड देखकर चौंक पड़े लोग, फोटो सोशल मीडिया पर हो गई वायरल
- यूपी के अमेठी में एक मुस्लिम परिवार की बेटी की शादी कार्ड इन दिनों काफी चर्चा में है। कार्ड के चर्चित होने की वजह उस पर छपी एक फोटो है। इस फोटो को जिसने भी देखा वही हैरान रह गया। लोग तरह-तरह की बातें करने लगे।
यूपी के अमेठी में एक मुस्लिम परिवार की बेटी की शादी कार्ड इन दिनों काफी चर्चा में है। कार्ड के चर्चित होने की वजह उस पर छपी एक फोटो है। इस फोटो को जिसने भी देखा वही हैरान रह गया। लोग तरह-तरह की बातें करने लगे। दरअसल एक मुस्लिम समाज परिवार ने अपने बेटी के विवाह के लिए हिंदू रीति रिवाज के तहत कार्ड छपवाया है। कार्ड के ऊपर भगवान गणेश वा श्री कृष्ण को दिखाया गया है। इंटर नेट मीडिया पर वायरल हो रहा निमंत्रण कार्ड चर्चा का विषय बना हुआ है। शादी के कार्ड में दूल्हा- दुल्हन और रिश्तेदारों के नाम तो मुस्लिम है। मगर शादी का कार्ड पूरे हिंदू रीति के देवी देवताओं का फोटो छपा है। जिस पर शादी की तारीख 8 नंबर और पता राजा फत्तेपुर के पूरे अलादीन गांव का है।
इसी वायरल शादी के कार्ड की पड़ताल करने के लिए जब कार्ड पर छपे नाम के बेटी के पिता शब्बीर उर्फ टाइगर पुत्र रमजान से संपर्क कर उनसे प्रसारित हो रहे शादी के कार्ड के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया के मेरी बेटी सायमा बानो की शादी 8 नंबर को ग्राम सेन पुर पोस्ट सोठी महराज गंज रायबरेली निवासी इरफान पुत्र अब्दुल सत्तार से होनी है। मैने अपने हिंदू भाइयों को निमंत्रण देने के लिए हिंदू रीति के अनुसार शादी का कार्ड छपवाया है। उन्होंने ये भी बताया कि राजा पुर और फत्तेपुर गांव में कई जगह हिंदू भाइयों को निमंत्रण देना था, तो हमने सोचा क्यों न उनके लिए हिंदू रीति के अनुसार कार्ड छपवाया जाए, हमने परिवार रिश्तेदारों और मुस्लिमों के लिए उर्दू में भी कार्ड छपवाया है, जिसे हिंदू भाई पढ़ नहीं पाएंगे। जिससे हमने अपने हिंदू भाइयों को अपनी बेटी की शादी का निमंत्रण देने के लिए ऐसा कार्ड छपवाया है। उन्होंने ये भी कहा कि हिंदुओं के लिए प्रीति भोज का कार्यक्रम एक दिन पहले ही रखा है।
एकता की दे रहे मिसाल......
मुस्लिम शादी का हिंदू रीति के अनुसार छपे इस कार्ड ने समाज में हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल पैदा की है जो भाईचारे की डोर को और मजबूत बनाने के लिए कारगर साबित हो रहा है। वायरल हो रहा शादी का ये कार्ड हिंदू मुस्लिम एकता का पैग़ाम घर -घर पहुंचा रह है।