यूपी के इन 10 जिलों में खोजे जाएंगे इस जाति के लोग, डीएम से मांगा गया रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में बिलोच जाति के लोगों खोजे जाएंगे। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने इस जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल कराने से पहले संबंधित जिलों के डीएम रिकार्ड मांगा है।
उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में बिलोच जाति के लोगों खोजे जाएंगे। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने इस जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल कराने से पहले संबंधित जिलों के डीएम रिकार्ड मांगा है। जिसमें इस जाति के लोगों का मूल व्यवसाय, आबादी आदि की जानकारी जुटाई जाएगी। जिन जिलों में बिलोच जाति के लोग अधिक पाए जाते हैं, उसमें अलीगढ़, आगरा, गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर सहित 10 जिले शामिल हैं।
बिलोच जाति के प्रतिनिधियों द्वारा बीते दिनों राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में अपनी जाति को अन्य पिछड़े वर्ग की की सूची में सम्मिलित कराने के लिए प्रत्यावेदन दिया था। इस पर आयोग की बैठक में कार्य प्रक्रिया विनियमावली-1999 के कम में सर्वेक्षण कराए जाने का निर्णय लिया गया है। जिसमें बिलोच जाति की जिलों में जनसंख्या एवं निवासत की सूचना जुटाई जाएगी। जिसके बाद आयोग ने बिलोच जाति की तहसीलवार, कस्बा / ग्रामवार निवासत की सूचना प्रदेश के 10 जिलों के डीएम से मांगी है।
ये हैं जिले
मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बिजनौर, बुलन्दशहर, गाजियाबाद, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, सहारनपुर
इन बिन्दुओं पर देनी होगी जानकारी
-यह जाति जनपद में किस नाम से जानी जाती है
-यह जाति जनपद की किन-किन तहसीलों / ग्रामों/ कस्बों में निवास कर रही है एवं अनुमानित परिवारों की संख्या कितनी है
-इस जाति का मूल व्यवसाय क्या है
बिलोच जाति के बारे में
उत्तर प्रदेश के बलूच लोग, बलूचिस्तान के बलूच कबीलों से अलग हो चुके हैं। यह मेरठ, मुज़फ़्फ़रनगर, बुलंदशहर और अलीगढ़ ज़िलों में पाए जाते हैं।
-बलूच लोग, मिश्रित मुस्लिम गांवों में रहते हैं।
-यह छोटे और मध्यम प्रकार के किसान हैं, जिनमें से कुछ भूमिहीन कृषि मज़दूर भी हैं।
-उर्दू और खड़ी बोली दोनों बोलते हैं।
-अपने रीति-रिवाज़ों को लेकर पड़ोसी मुस्लिम समुदायों जैसे ही है।
डीएम विशाख जी ने बताया कि जिले में बिलोच जाति के लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। तहसीलवार रिकार्ड लिया जा रहा है।