कानपुर के हैलट में बेड पर मरीज और गार्डों ने तीमारदार को पीटा, अस्पताल की इमरजेंसी का VIDEO वायरल
कानपुर के हैलट अस्पताल की इमरजेंसी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें बेड पर पड़े मरीज के बगल में खड़े तीमारदार को अस्पताल के गार्ड कालर खींचकर पीट रहे हैं।
कानपुर के हैलट अस्पताल की इमरजेंसी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें बेड पर पड़े मरीज के बगल में खड़े तीमारदार को अस्पताल के गार्ड कालर खींचकर पीट रहे हैं। उसे बचाने के लिए घर की कुछ महिलाएं चीख भी रही हैं लेकिन गार्ड अपने ही रौब में दिखाई दे रहे हैं। पिटाई के बाद तीमारदार रोता भी दिखाई दे रहा है। बताया जाता है कि मोबाइल से वीडियो बनाने को लेकर विवाद हुआ था। इसी के बाद पहुंचे गार्डों ने तीमारदार की पिटाई की और मोबाइल फोन छीन लिया था। मामला अस्पताल के अधिकारियों तक पहुंचा।
करीब 35 सेकेंड के वीडियो में दिख रहा है कि स्ट्रेचर पर मरीज लेटा है। मरीज के पास ही तीमारदार और परिवार की कुछ महिलाएं भी खड़ी हैं। इसी बीच दो गार्ड मरीज के पास आते हैं और सिरहाने के पास खड़े तीमारदार को तेज आवाज के साथ इशारा करके अपने पास बुलाते हैं।
टोपी लगाए एक गार्ड इस बीच तीमारदार के पास पहुंच जाता है और उसके गले में लटके गमछे को पकड़कर खींचते हुए थप्पड़ जड़ देता है। इस पर परिवार की महिलाएं बीच बचाव करती हैं और चीखने लगती हैं। आसपास के भी कई तीमारदार आ जाते हैं। इमरजेंसी में इस तरह की हरकत से हर कोई आक्रोशित हो जाता है। पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी कोई तीमारदार बना लेता है और सोशल मीडिया पर वायरल कर देता है।
मामले में इमरजेंसी मेडिकल आफिसर ने बताया कि वीडियो में गार्ड मोबाइल छीनता हुआ दिखाई दे रहा है। मामले के संबंध में कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने पर कार्रवाईकी जाएगी। हालांकि अब वीडियो तेजी से वायरल होने के बाद प्रबंधन गार्डों पर एक्शन ले लिया है।
मारपीट करने वाले गार्ड हटे, प्रमुख अधीक्षक ने सेवा समाप्त की
हैलट इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज के तीमारदार के साथ मारपीट करने वाले सिक्योरिटी गार्ड की सेवाएं समाप्त कर दी गई। मारपीट और मोबाइल छीनने का वीडियो वायरल होने पर लाला लाजपत राय चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने कार्रवाई की है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संजय काला ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।
हैलट इमरजेंसी वार्ड में मेडिसिन विभाग के डॉ. बृजेश कुमार के अधीन एक मरीज भर्ती था। मरीज का तीमारदार वीडियो बना रहा था। हैलट के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि वीडियो बनाना गलत है क्योंकि इससे वहां भर्ती अन्य मरीजों की निजता भंग होती है। इसको रोकने तक मामला गलत नहीं था लेकिन वायरल वीडियो में मरीज का मोबाइल छीनना और उससे अभद्रता करना गलत है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के निर्देश पर गार्ड की सेवाएं समाप्त करते हुए घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन कार्रवाई करेगा।