यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा सॉल्वर की मदद से पास की, बॉयोमैट्रिक में पकड़ा गया, मुकदमा दर्ज
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा शामिल हुए अभ्यर्थी ने सॉल्वर की मदद से पास की थी। शारीरिक दक्षता परीक्षा के वक्त बॉयोमैट्रिक मिलान कराए जाने पर अभ्यर्थी के फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं हुआ। बॉयोमैट्रिक में पकड़ जाने पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
लखनऊ के हुसैनगंज कोतवाली में पुलिस भर्ती परीक्षा-2018 में शामिल हुए अभ्यर्थी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोपी ने सॉल्वर की मदद से लिखित परीक्षा पास की थी। शारीरिक दक्षता परीक्षा के वक्त बॉयोमैट्रिक मिलान कराए जाने पर अभ्यर्थी के फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं हुआ। नतीजतन फोरेसिंक लैब से जांच कराई गई। रिपोर्ट में पता चला कि अभ्यर्थी की जगह किसी दूसरे व्यक्ति ने लिखित परीक्षा दी थी।
डिप्टी एसपी अम्बरीष सिंह भदौरिया ने शिकोहाबाद निवासी सचिन कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी और उप्र सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम की धारा में मुकदमा दर्ज कराया है। सचिन कुमार ने वर्ष 2018 में हुई सीधी भर्ती परीक्षा का फार्म भरा था। 28 जनवरी 2019 को मथुरा गोकुल बैराज स्थित केके डिग्री कॉलेज में लिखित परीक्षा आयोजित हुई। सचिन ने अपनी जगह सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया था। लिखित परीक्षा में चयन होने पर सचिन 15 जनवरी 2020 में शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल हुआ।
पूर्व में दी गई परीक्षा के वक्त लिए गए फिंगर प्रिंट और शारीरिक दक्षता के वक्त लिए फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं हुआ। ऐसे में सचिन को यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के दफ्तर बुला कर दोबारा से बॉयोमैट्रिक जांच की गई। जिसके बाद फोरेंसिक लैब के फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ से राय मांगी गई थी। डिप्टी एसपी के मुताबिक जांच रिपोर्ट आने पर पता चला कि लिखित परीक्षा में सचिन की जगह कोई दूसरा व्यक्ति शामिल हुआ था।