ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन में भी मिलावट, फिनाइल का इस्तेमाल, लखनऊ में गिरोह का भंडाफोड़
ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। एसटीएफ व खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर अवैध कारोबारियों को धर दबोचा।
ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। एसटीएफ व खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर अवैध कारोबारियों को धर दबोचा। ठाकुरगंज थाने में गिरोह के दोनों सक्रिय सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इंजेक्शन में फिनाइल मिलाकर अवैध धंधे को चमका रहे थे।
एसटीएफ को बीते कई दिनों से बिहार से अवैध रूप में ऑक्सीटोसीन इन्जेक्शन की तस्करी करने वाले शातिर तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थीं। इसके बाद एसटीएफ की टीमें सक्रिय हो गईं। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार नागर की अगुवाई में सूचनाएं जुटाई गईं। उसके बाद विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में अशोक गुप्ता, राजेश मौर्य, रूद्र नारायण उपाध्याय, रवि वर्मा, योगेन्द्र यादव की एक टीम ने लखनऊ के कई इलाकों से सूचनाएं जुटाईं। इस दौरान सूचना मिली कि कुछ लोग गिरोह बनाकर बिहार से भारी मात्रा में ऑक्सीटोसीन इन्जेक्शन मंगाकर लखनऊ एवं आस-पास के जिलों में इसकी अवैध रूप से सप्लाई करते है।
इंजेक्शन में मिलाते थे फिनाइल
एसटीएफ अफसरों का कहना है कि गिरोह आक्सीटोसीन इन्जेक्शन में फिनाइल का इस्तेमाल करता था। जो कि जनवरों सहित व इंसानों की सेहत के लिए भी बहुत ही घातक है। गिरोह के कुछ सदस्य ठाकुरगंज स्थित बालागंज के आदर्श नगर बरौरा हुसैन बाड़ी के एक मकान में मिलावटी दवा शीशियों में भरते थे।
शीशियों में दवा भरते धरे गए
एसटीएफ के साथ एफएसडी के ड्रग इंस्पेक्टर संदेश मौर्या व निलेश कुमार शर्मा भी थे। छापेमारी के दौरान घटना स्थल पर दो लोग मौजूद मिले। दोनों व्यक्ति ऑक्सीटोसिन इन्जेक्शन की अलग-अलग शीशियों में मिलावटी दवा भरते हुए पकड़े गए। जिस पर उन दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया।