सर्दी में आक्रामक हो रहे कुत्ते, दो दिन में 32 लोगों को काटा
Orai News - कोंच में सर्दी के कारण कुत्तों में आक्रामकता बढ़ गई है, जिसके चलते कुत्ता काटने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। पिछले दो दिनों में 32 लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों का मानना है कि...
कोंच। संवाददाता। सर्दी ने अपनी दस्तक दे दी है। ठंड से जहां इंसान गर्म कपड़ों बदन ढकना शुरू कर दिए हैं तो ठंड से कुत्ते आक्रामक हो गए हैं। नतीजा कुत्ता काटने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। रविवार और सोमवार को दो दिन में सीएचसी की ओपीडी में एंटी रेबीज इंजेक्शन के लिए 32 मरीज पहुंचे। इसमें 15 मरीज पहली डोज लगवाने आए थे और 17 मरीज दूसरी डोज। जिन्हें दो दिन के अंदर कुत्ते ने शिकार बनाया था। रेबीज इंजेक्शन लगवाने वालों की संख्या बढ़ी हुई है। हर रोज यह औसत आठ-दस है। पिछले कुछ दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट आ रही है। इंसान तो स्वेटर-जैकेट आदि से शरीर ढंककर बचाव कर रहे हैं, मगर जानवरों का बुरा हाल है। कुत्ते भी इसके शिकार हैं। डॉक्टरों का मानना है कि ठंड में खाना-पानी और धूप न मिलने के कारण कुत्ते आक्रामक हो रहे हैं। ऐसे में कई बार लोग सड़क पर बैठे कुत्तों को परेशान करते हैं तो कुत्ते उन पर हमला बोल रहे हैं। कई बार छोटे बच्चे कुत्तों के बच्चों के साथ में खेलने लगते हैं। इससे भी कुत्ते के काटने के केस बढ़ रहे। तहसील भर के आंकड़ों पर गौर करें तो रोजाना 8 से 10 लाेगों को कुत्ते काट रहे हैं। कोंच सरकारी अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों हर रोज बड़ी मात्रा में केस आ रहे हैं। ओपीडी के आंकड़े बता रहे हैं कि दो दिन का औसत 32 मरीजो का है। सीएचसी में सोमवार को कुल 32 लोग कुत्ते का इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। इसमें करीब 15 लोगों को उसी दिन कुत्ते ने काटा था तो वहीं अन्य लोग दूसरा, डोज लगवाने पहुंचे थे। कुत्ता काटने की शिकायत के साथ ही एंटी रेबीज इंजेक्शन की मांग बढ़ गई है।
सीएचसी के आंकड़ों पर एक नजर
कोंच। सीएचसी पर रोजाना 8 से 10 नए मरीज एंटी रेबीज लगवाने पहुंच रहे हैं। सीएचसी कोंच के अधीक्षक डॉ. अनिल शाक्य ने बताया कि अस्पताल में रोजाना लोग कुत्ते काटने की समस्या लेकर आ रहे हैं।
रविवार को होती है परेशानी
कोंच। तहसील में कुत्ता काटने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, मगर इससे निपटने की तैयारी आधी-अधूरी है। जिला अस्पताल हो फिर चाहे सीएचसी-पीएचसी कहीं भी रविवार को इंजेक्शन नहीं लगता है। अन्य छुट्टी वाले दिन भी यही स्थिति है, जबकि कुत्ता काटने की 24 घंटे के भीतर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाए जाने का नियम हैं। ऐसे में अस्पतालों से मरीजों को वापस लौटना पड़ता है। सक्षम लोग बाजार से 300 से 400 रुपये खर्च कर खरीद लेते हैं।
कोई ठोस बंदोबस्त नहीं
कोंच। नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा कुत्तों की संख्या में बढ़ाेतरी हो रही है। इनसे निपटने के लिए कोई ठोस बंदोबस्त नहीं है। स्थिति यह है कि कहीं बाइक सवारों को कुत्तों का झुंड निशाना बना रहा है। तो कहीं घर के सामने खेल रहे बच्चे इनका शिकार बन रहे हैं। कुत्तों की पैदाइश पर रोकथाम करने के लिए नसबंदी जैसे कदम की दरकार है।
एसडीएम ने भेजा पालिका को पत्र
कोंच। एसडीएम ज्योति सिंह द्वारा नगरपालिका परिषद कोंच को आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाने का निर्देश देते पत्र लिखा है और सीएचसी को भी निर्देशित किया गया है कि इमरजेंसी में अवकाश दिन में भी रैबीज इंजेक्शन लगवाने की व्यवस्था की जाए।
कैसे करें बचाव
कोंच। मौसम में बदलाव और तापमान में गिरावट होने के कारण कुत्तों के काटने के मामले बढ़ते हैं। अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में एंटी रेबीज उपलब्ध है। बच्चे कुत्तों से समुचित दूरी बनाकर चलें। ऐसी मादा श्वान, जिसके पास उनके बच्चे हों, उनसे भी दूरी बनाएं अन्यथा असुरक्षित महसूस करने व अपने बच्चों को बचाने के लिए वह काट भी सकती है। कुत्तों से अनावश्यक छेड़छाड़ न करें। उनके ऊपर पत्थर न मारें या उन्हें परेशान न करें।
डॉ रामकरन सिंह गौर सीएचसी कोंच
कोंच। नगर में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए मेरे द्वारा नगर पालिका प्रशासन को पत्र लिखा गया है। आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा,वन विभाग और पशु चिकित्सा अधीकारी को निर्देशित गया है।
ज्योति सिंह
एसडीएम कोंच
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