धर्मात्मा निषाद के परिजनों से मिलने पहुंचे MLA को देख उग्र हुए ग्रामीण, पुलिस कर्मियों ने संभाला मोर्चा
- महाराजगंज के चौरीचौरा विधायक श्रवण निषाद शनिवार को अचानक महराजगंज के नरकटहा गांव पहुंचकर खुदकुशी करने वाले निषाद पार्टी के पूर्व पदाधिकारी धर्मात्मा निषाद की मां से बातचीत करने लगे। यह देख काफी संख्या में लोग पहुंच गए।
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यूपी के महाराजगंज के चौरीचौरा विधायक श्रवण निषाद शनिवार को अचानक महराजगंज के नरकटहा गांव पहुंचकर खुदकुशी करने वाले निषाद पार्टी के पूर्व पदाधिकारी धर्मात्मा निषाद की मां से बातचीत करने लगे। यह देख काफी संख्या में लोग पहुंच गए और श्रवण निषाद का विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। यह देख पनियरा पुलिस सतर्क हुई। विधायक के अंगरक्षक भी अलर्ट हो गए। ग्रामीणों को उग्र होते देख विधायक लौट गए।
निषाद पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने पिछले रविवार को अपने घर पर ही आत्महत्या कर ली थी। मौत के कुछ समय पहले फेसबुक पर लंबी पोस्ट डाली थी। इसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद, उनके पुत्र श्रवण निषाद व प्रवीण निषाद के अलावा एक मित्र जयप्रकाश निषाद को जिम्मेदार ठहराया था। संजय निषाद ने इसे छवि धूमिल करने का प्रयास और षड्यंत्र बताया था। इस मामले में परिजनों की तहरीर पर पनियरा पुलिस जयप्रकाश निषाद और तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था।
एफआईआर से कैबिनेट मंत्री और उनके दोनों पुत्रों के नाम गायब देख लोगों ने विरोध किया था। शनिवार को जब श्रवण निषाद अचानक नरकटहा पहुंचे और धर्मात्मा निषाद की मां से बातचीत करने लगे तो लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। मुर्दाबाद और वापस जाओ के नारे लगाने लगे। इससे मौके पर माहौल काफी गर्म हो गया। लोगों ने श्रवण निषाद से सवाल करना शुरू कर दिया कि अगर आप लोग दोषी नहीं हैं तो घटना के सातवें दिन क्यों आ रहे हैं।
धर्मात्मा की मौत पर राजनीति कर रहा विपक्ष: श्रवण निषाद
इस मामले में विधायक श्रवण निषाद ने कहा कि विपक्ष के लोग धर्मात्मा की मौत पर राजनीति कर रहे हैं। किसी की मृत्यु पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार और पुलिस मामले की गहनता से जांच करवा रही है। जांच में अगर वह दोषी पाए गए तो जेल जाने के लिए तैयार हैं। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि आज विपक्ष के इस प्रकरण पर उपहास उड़ाने के अलावा कुछ बचा नहीं है। रविवार को लखनऊ में उनके आवास पर स्व. धर्मात्मा निषाद के लिए शोकसभा का आयोजन किया गया है।