बदमाशों के घर जाकर सेल्फी ले रही यूपी पुलिस, घर पर नहीं मिले तो कर रही वीडियो कॉल, पढ़ें क्यों
यूपी पुलिस बदमाशों के घर जाकर सेल्फी ले रही है। संगीन अपराधों में लिप्त अपराधी कहां है इस बारे में सत्यापन करने के लिए उनके घर जा रही है। जो भी अपराधी घर पर नहीं मिल रहे उन्हें वीडियो कॉल करके उनकी जानकारी ली जा रही है।
संगीन अपराधों में लिप्त अपराधी इन दिनों क्या कर रहे हैं? यूपी पुलिस उनके घर पहुंचकर सत्यापन कर रही है। संभल में अपराधियों के नहीं मिलने पर वीडियो कॉल कर सत्यापन कर रही है। जिले में शुरू हुआ यह अभियान करीब दो सप्ताह तक चलेगा। अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने के उद्देश्य से पुलिस ने यह अनोखा अभियान शुरू किया है। 680 अपराधियों का सत्यापन पूरा हो चुका है।
पुलिस टीम द्वारा ऑपरेशन ह्यदस्तकह्ण के तहत हत्या, लूट, डकैती, गोकशी, नकबजनी और हिस्ट्रीशीटर जैसे संगीन अपराधों में लिप्त अपराधियों का सत्यापन किया जा रहा है। इस अभियान की सबसे खास बात यह है कि पुलिस अपराधियों के घर पहुंचकर न सिर्फ उनकी लोकेशन का सत्यापन कर रही है, बल्कि उनके साथ सेल्फी भी ले रही है। यदि कोई अपराधी घर पर नहीं मिलता, तो पुलिसकर्मी उन्हें वीडियो कॉल के माध्यम से संपर्क कर रहे हैं और सत्यापन कर रहे हैं। ऑपरेशन दस्तक अगले दो सप्ताह तक चलने वाला विशेष अभियान है, जिसमें पुलिस थानों के पुलिसकर्मी अपराधियों के घर-घर जाकर उनकी उपस्थिति सुनिश्चित कर रहे हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इन अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके और वे कहीं कानून का उल्लंघन न कर रहे हों।
सेल्फी के जरिए निगरानी पुलिसकर्मियों द्वारा ली जा रही सेल्फी पुलिस रिकॉर्ड के तौर पर रखी जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पुलिस ने अपराधी की उपस्थिति का सत्यापन किया है। इस तकनीक के इस्तेमाल से पुलिस प्रशासन को अपराधियों की सही लोकेशन और उनकी गतिविधियों का सटीक रिकॉर्ड मिल रहा है। यदि किसी अपराधी को पुलिस उनके घर पर नहीं पाती, तो पुलिसकर्मी तुरंत उनके परिजनों से नंबर लेकर उन्हें वीडियो कॉल कर रहे हैं। वीडियो कॉल के माध्यम से अपराधी की पहचान की जाती है और उनकी लोकेशन की पुष्टिकीजातीहै।
अपराधियों पर बढ़ेगा दबाव
यह अभियान अपराधियों पर दबाव बनाने का एक तरीका भी है। पुलिस का अपराधियों के घर जाकर उनका सत्यापन करना और उनके साथ सेल्फी लेना एक संदेश है कि अब अपराधी कहीं भी छिप नहीं सकते। पुलिस हर कदम पर उनकी गतिविधियों पर नजर रखेगी। इस पहल से इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और मजबूत करने में मदद मिलेगी। ऑपरेशन दस्तक को लेकर जनता के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। अपराधियों पर इस तरह की निगरानी, न केवल उनके अपराधों को नियंत्रित करेगी, बल्कि पुलिस और समाज के बीच विश्वास की भावना को भी बढ़ाएगी।
एसपी, कुलदीप सिंह गुनावत ने कहा कि संगीन अपराधों में लिप्त रहे अपराधियों के सत्यापन के लिए ऑपरेशन दस्तक चलाया जा रहा है। 868 अपराधियों का सत्यापन होना है, इनमें से 680 का सत्यापन हो चुका है। 192 अपराधी पुलिस टीमों को मौजूद मिले, 121 जेल में बंद हैं और 43 अपराधी लापता हैं। 303 अपराधी जिले से बाहर हैं। पुलिस सभी पर नजर रख रही है।