ओपी राजभर के घर चोरी, ड्राइवर की गिरफ्तारी पर खुलासा, बेटे अरविंद ने कहा- एक करोड़ की बात झूठ
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के प्रमुख ओपी राजभर के घर चोरी का मामला सामने आया है। चोरी हालांकि दो महीने पहले हुई थी लेकिन अब चोरी करने वाला पकड़ा गया तो इसका खुलासा हुआ है।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के प्रमुख ओपी राजभर के घर चोरी का मामला सामने आया है। चोरी हालांकि दो महीने पहले हुई थी लेकिन अब चोरी करने वाला पकड़ा गया तो इसका खुलासा हुआ है। चोरी के आरोपी के पकड़े जाने के तत्काल बाद ओपी राजभर के बेटे और पार्टी के महासचिव अरविंद राजभर ने वीडियो मैसेज जारी कर पूरे मामले से अवगत कराया और कुछ सफाई भी दी है। अरविंद राजभर ने कहा कि कुछ मीडिया में अंबेडकरनगर से ओपी राजभर की गाड़ी से एक करोड़ रुपए चोरी होने की बातें चल रही हैं। यह झूठ है। चोरी गाड़ी से नहीं बल्कि लखनऊ स्थित उनके डायमंड अपार्टमेंट से दो सितंबर को हुई थी। अरविंद ने कहा कि इसकी शिकायत भी लखनऊ के थाने में दी गई थी। पुलिस उसी समय से जांच में जुटी थी। अब चोरी करने वाले के बारे में पता चला तो उसकी गिरफ्तारी हुई है।
अरविंद ने पूरी घटना का ब्योरा देते हुए कहा कि अंबेडकरनगर से एक खबर चलाई जा रही है कि ओपी राजभर कटेहरी उपचुनाव में लगे हुए हैं। इस दौरान उनकी गाड़ी से उनका ड्राइवर एक करोड़ रुपए चोरी करके भाग गया है। उसे सुबह सुबह पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अरविंद ने कहा कि इस तरह का मसला नहीं है। अरविंद ने कहा कि लखनऊ के डायमंड अपार्टमेंट में हम लोग रहते हैं।
हमारे साथ दस साल से भी ज्यादा समय तक रहा ड्राइवर संजय राजभर को माउथ कैंसर हो गया था। उसी का इलाज चंदा जुटाकर लखनऊ के मेंदाता में कराया जा रहा है। हमारे अपार्टमेंट में वह पत्नी के इन दिनों रह रहा था। इसी बीच मेरे पुराने ड्राइवर रामजीत राजभर ने संजय को फोन किया और अपार्टमेंट की चाभी लेकर वहां आ गया। दो सितंबर को उसने संजय के इलाज के लिए रखे गए दो लाख 75 हजार रुपए और उसकी पत्नी के गहने आदि लेकर भाग गया है।
संजय ने इसकी जानकारी अगले दिन तीन सितंबर को दी। तत्काल उससे कहा गया है हुसैनगंज कोतवाली में शिकायत करो। मेरे कहने पर संजय ने कोतवाली पर शिकायत दी। पता चला कि रामजीत के साथ गोरख साहनी नामक खाना बनाने वाला लड़का भी इस चोरी में शामिल है। पुलिस ने शिकायत मिलते ही जांच पड़ताल शुरू कर दी।
इसी दौरान पता चला कि चोरी कर फरार रामजीत राजभर अपने घर अंबेडकरगनर के टांडा आया हुआ है। पुलिस तत्काल उसके घर पहुंची और रामजीत को पकड़ने के साथ ही रुपए भी बरामद किए हैं। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। अरविंद राजभर ने यह भी कहा कि विपक्ष झूठे आरोप लगा रहा है। विपक्ष का यह कहना कि ओपी राजभर ने चुनाव में बांटने के लिए पैसे गाड़ी में रखे थे, बिल्कुल गलत है।
टांडा पुलिस कुछ भी बताने से कतराती रही
उधर, अंबेडकरनगर ब्यूरो के अनुसार अरविंद राजभर के पूर्व ड्राइवर को कोतवाली टांडा पुलिस ने उसके कोरई मोहिद्दीनपुर स्थित आवास से हिरासत में लिया है। उसके पास से कुछ रुपए भी बरामद हुए हैं। मामला कैबिनेट मंत्री से जुड़ा होने के कारण कोतवाली टांडा पुलिस कुछ भी बताने से कतरा रही है। ड्राइवर द्वारा कोतवाल हुसैनगंज को दिया गया, एक प्रार्थनापत्र सोशल मीडिया पर वायरल है।
सोमवार की रात कोतवाली टांडा क्षेत्र के ग्राम कोरई मोहिद्दीनपुर में अचानक भारी पुलिस बल की मौजूदगी ने ग्रामवासियों को चिंता में डाल दिया। गांव पहुंची कोतवाली टांडा पुलिस धड़धड़ाते हुए रामजीत राजभर के घर में घुसी और रामजीत को हिरासत में लेकर चली गई।
कुछ घंटों के पश्चात पुलिस रामजीत के साथ वापस आई और घर के खाद्यान्न वाले बर्तनों व बक्सों को पलटकर उसमे रखा लाखों रुपया एक पालीथीन के बैग में भरकर वापस लौट गई। सूर्य की किरणों के साथ यह घटना जंगल में आग की तरह फैल गई। कुछ समय बाद पह पता चला कि रामजीत राजभर ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविन्द राजभर की गाड़ी चलाता था और बीते दिनों वहां से लाखों रुपये चोरी कर अपने घर लौट आया था।
दो महीने पुराने डेट का शिकायती पत्र वायरल
इस बीच अरविंद राजभर की ही गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर संजय राजभर का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें थाना प्रभारी कोतवाली हुसैनगंज लखनऊ को सम्बोधित करते हुए अरविन्द राजभर की गाड़ी के पूर्व चालक रामजीत और खाना बनाने वाले गोरख निषाद पर चोरी का आरोप लगाते हुए जांच की बात कही गई है। पत्र में वही बातें लिखी गई हैं जो वीडियो में अरविंद राजभर ने बताई हैं।
रामजीत को हिरासत में लेने पर कोतवाल दीपक सिंह रघुवंशी ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया, केवल इतना कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्यवाही की गई है। रामजीत राजभर को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की जा रही है।