बरेली में मेडिकल बीमा कैंसिल कराना चाहते हैं बुजुर्ग, जानिए क्या है वजह
- पहले से चिकित्सा बीमा में शामिल बुजुर्गों का नहीं बन सकता आयुष्मान कार्ड इसलिए काफी बुजुर्ग आयुष्मान केंद्र पहुंचकर पुरानी स्वास्थ्य बीमा को बंद करवाने की आरजू-मिन्नत कर रहे हैं।
बढ़ती उम्र के साथ बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है और ऐसे में चिकित्सा बीमा बहुत महत्वपूर्ण है। डॉक्टर भी चिकित्सा बीमा कराने की सलाह देते हैं लेकिन बरेली में अचानक बुजुर्ग चिकित्सा बीमा को कैंसिल कराने को जिला अस्पताल आ रहे हैं। बुजुर्ग चाहते हैं कि उनका दीनदयाल राज्य कर्मचारी चिकित्सा बीमा योजना समेत अन्य सरकारी बीमा कैंसिल किया जाए। दरअसल जब से केंद्र सरकार ने 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को आयुष्मान योजना में शामिल किया है, तबसे अन्य चिकित्सा बीमा को बंद कराने के लिए बुजुर्ग रोजाना जिला अस्पताल के आयुष्मान सहायता केंद्र पहुंच रहे हैं।
केंद्र सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत 70 वर्ष और अधिक उम्र के बुजुर्गों को पात्र बनाया है। ऐसे बुजुर्ग जिनकी उम्र 70 वर्ष या उससे अधिक है, उनका आयुष्मान कार्ड बन रहा है। सरकार ने घोषणा की है कि आयुष्मान कार्ड बनने के बाद सभी बुजुर्गों को 5 लाख तक के इलाज की सुविधा मिलेगी। सरकार की घोषणा के बाद बुजुर्गों की भीड़ आयुष्मान कार्ड बनवाने को जिला अस्पताल और जनसेवा केंद्रों पर जुट रही है।
आयुष्मान केंद्र पर पहुंचने वाले बुजुर्गों के पास पहले से दीनदयाल राज्य कर्मचारी चिकित्सा बीमा है। नियमानुसार सिर्फ उन्हीं बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड बनेगा जिनके पास पहले से किसी सरकारी चिकित्सा बीमा का कार्ड न हो। अगर बुजुर्ग किसी सरकारी चिकित्सा बीमा में पहले से ही शामिल है तो उनको आयुष्मान योजना में शामिल नहीं किया जाएगा। जिले में हजारों बुजुर्ग ऐसे हैं जिनके पास पहले से सरकारी चिकित्सा बीमा का कार्ड है। ये लोग अब आयुष्मान योजना में शामिल होने के लिए पुराने चिकित्सा बीमा को कैंसिल करना चाहते हैं।
आयुष्मान योजना में आसानी से इलाज होने के कारण बुजुर्ग इसे तरजीह दे रहे हैं। हालांकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। पुराने चिकित्सा बीमा को कैंसिल करने के लिए जिला अस्पताल आने वाले बुजुर्गों को आयुष्मान योजना के जिला कोआर्डिनेटर डॉ अनुराग अग्रवाल और शिकायत निवारण अधिकारी अमीर बेग लगातार यह समझा रहे हैं कि पुराने चिकित्सा बीमा को बंद कर आयुष्मान योजना का कार्ड नहीं बनाया जा सकता।
बुजुर्गों का ऐसे बन रहा आयुष्मान कार्ड
जिला संयोजक डॉ अनुराग अग्रवाल ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड जन सेवा केंद्र पर ले जाएं। आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगी। ओटीपी दर्ज करने के बाद आयुष्मान कार्ड बन जाएगा। कार्ड किसी भी जन सेवा केंद्र से निकलवाया जा सकता है। शिकायत निवारण अधिकारी अमीर बेग ने कहा कि कोई बुजुर्ग किसी चिकित्सा बीमा योजना में शामिल हैं तो वह कतई परेशान न हों। उनको वही सुविधाएं मिलेंगी जो आयुष्मान के तहत दी जा रही है। पुरानी चिकित्सा बीमा को कैंसिल करके आयुष्मान योजना में बुजुर्गों को शामिल करने का भी कोई प्रावधान या दिशा निर्देश नहीं है।