अब शिक्षकों की हाजिरी चेहरा पहचान कर लगेगी, यहां लागू हुआ फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम
यहां शिक्षकों की हाजिरी अब चेहरे की पहचान से लगेगी। इसके लिए मेडिकल कॉलेज में फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम लागू हो गया है। यह सभी के लिए अनिवार्य हो गया है। इसकी निगरानी एनएमसी कर रही हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इससे कॉलेज में शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी।

Face Recognition Attendance System: गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पढ़ाने वाले चिकित्सकों और शिक्षकों की हाजिरी अब चेहरे की पहचान से लगेगी। इसके लिए मेडिकल कॉलेज में फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम लागू हो गया है। यह सभी के लिए अनिवार्य हो गया है। खास बात यह है कि इसकी निगरानी एनएमसी कर रही हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि इससे कॉलेज में शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी। फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम से समय से सबकी उपस्थिति सुनिश्चित की जा सकेगी।
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के निर्देश के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम शुरू किया है। इसके लिए प्राचार्य कार्यालय में मशीनें लगा दी गई हैं। इसी हफ्ते से इसकी शुरुआत भी हो गई है। एनएमसी के निर्देश के बाद प्राचार्य ने पत्र जारी कर सभी शिक्षकों से अनिवार्य तौर पर फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम के जरिए हाजिरी लगाने का निर्देश दिया है। खास बात यह है कि इन मशीनों के लिंक एनएमसी से जुड़े हैं।
दरअसल, फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम लगाने का निर्देश एनएमसी की तरफ से ही जारी हुआ है। इस वर्ष जनवरी में ही एनएमसी ने पत्र भेज कर मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इस सिस्टम को फौरन लागू करने का निर्देश दिया था। अब तक कॉलेज में फिंगर प्रिंट से हाजिरी लग रही थी। एनएमसी से पत्र मिलने के बाद कॉलेज प्रशासन ने फेश रिकॉग्निशन अटेंडेंस सिस्टम को इंस्टॉल करने की जिम्मेदारी एक संस्था को दी थी। संस्था ने ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के साथ ही फेश रिकॉग्निशन सिस्टम के लिए छह मशीनें लगाई हैं। अब इन मशीनों के जरिए चेहरा पहचान कर शिक्षकों की हाजिरी लगनी शुरू हो जाएगी।
प्राचार्य बोले
प्राचार्य डॉ.राजकुमार जायसवाल ने बताया कि इस सिस्टम को लागू करने से शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी। कॉलेज में शिक्षक समय से उपस्थित होंगे। उनके आने और जाने के समय की सटीक जानकारी हो सकेगी।