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यूपी के इन 15 और जिलों में अब कैमरे से होगा चालान, ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्ती

  • यूपी में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्ती और बढ़ेगी। यूपी के 15 और जिलों गाजियाबाद, बाराबंकी, सीतापुर, कानपुर देहात, रायबरेली, गोण्डा, बस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, एटा, प्रतापगढ़, जौनपुर, सुलतानपुर, हरदोई और बांदा में जल्दी ही अब कैमरे से चालान होगा।

Deep Pandey हिन्दुस्तान, लचानऊ विधि सिंहFri, 14 Feb 2025 06:21 AM
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यूपी के इन 15 और जिलों में अब कैमरे से होगा चालान, ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर सख्ती

ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए यूपी के 15 और जिलों गाजियाबाद, बाराबंकी, सीतापुर, कानपुर देहात, रायबरेली, गोण्डा, बस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव, एटा, प्रतापगढ़, जौनपुर, सुलतानपुर, हरदोई और बांदा में जल्दी ही इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) शुरू कर दिया जाएगा। इस सिस्टम के तहत प्रमुख चौराहों व मार्गों पर लगने वाले हाई डेफिनेशन (एचडी) कैमरे से ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहनों का चालान होगा। साथ ही यह आधुनिक प्रणाली आईटीएमएस शुरू करने वाले जिलों की तरह ही इन 15 जिलों में भी सुरक्षित ट्रैफिक व्यवस्था होगी। इस समय प्रदेश के 17 जिलों में आईटीएमएस काम कर रहा है। दूसरे चरण में सबसे पहले गाजियाबाद में यह सिस्टम काम करना शुरू कर देगा।

वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री ने 57 शहरों और सभी 17 निगम निगम मुख्यालयों में आईटीएमएस शुरू करने को कहा था। उस समय लखनऊ, कानपुर, नोएडा, वाराणसी और आगरा में सबसे पहले आईटीएमएस शुरू हो गया था। इनके अलावा वर्तमान में गोरखपुर, मेरठ, बरेली, शाहजहांपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद, प्रयागराज, झांसी, अलीगढ़, फिरोजाबाद, मथुरा और अयोध्या में यह सिस्टम शुरू हो चुका है। गाजियाबाद में कुछ समय पहले ही आईटीएमएस के लिए एक कम्पनी को टेंडर मिल गया है। यहां छह से सात महीने में यह काम करने लगेगा। जिन जिलों में नगर निगम हैं, वहां यह सिस्टम उसके अधीन ही काम करेगा। बाकी जिलों में जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस की निगरानी में सिस्टम चलेगा।

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लखनऊ में यह सिस्टम बेहतर काम कर रहा है। कभी-कभी सिग्नल में बाधा पहुंचती है। लखनऊ के भी सभी चौराहे जल्दी ही इस सिस्टम के अधीन हो जाएंगे। सुप्र्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित समिति के सामने पांच फरवरी को परिवहन विभाग की रिपोर्ट में लिखा था कि अभी 17 शहरों में आईटीएमएस से ट्रैफिक नियंत्रित किया जा रहा है। जल्दी ही कुछ और शहरों में यह व्यवस्था शुरू की जाएगी। गाजियाबाद में इसके लिए टेंडर हो चुका है।

इन जिलों में शुरू होगा आईटीएमएस

गाजियाबाद, बाराबंकी, सीतापुर, कानपुर देहात, रायबरेली, गोण्डा,बस्ती, सिद्धार्थनगर, उन्नाव,एटा,प्रतापगढ़, जौनपुर, सुलतानपुर, हरदोई और बांदा

यह होगा बदलाव

-शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर आटोमेटिक सिग्नल प्रणाली शुरू हो जाएगी जिसका संचालन एक कन्ट्रोल रूम से होगा।

-कंट्रोल रूम में सीसी कैमरों के जरिए ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहनों की नंबर प्लेट ट्रैस हो जाएगी। वाहन स्वामी के घर ई चालान पहुंचेगा।

-मेडिकल इमरजेंसी या अन्य विपरीत परिस्थितियों में चौराहों पर आटोमेटिक साउंड सिस्टम से मार्ग को ग्रीन कोरिडोर बनाया जा सकेगा। एम्बुलेंस व फायर बिग्रेड के लिए रास्ता साफ किया जा सकेगा।

-विरोध-प्रदर्शन व अन्य वजह से जाम लगने पर तत्काल यातायात डायवर्ट किया जा सकेगा।

-चौराहों पर सीसी व पीटीजेड कैमरे लगने से अपराध में भी कमी आएगी।

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