अब चाहे मेरा सबकुछ बर्बाद हो जाए, एसीपी को सजा दिलाकर रहूंगी, पूछताछ कर रही SIT से बोली छात्रा
- एसीपी पर रेप का आरोप लगाने वाली आईआईटी छात्रा ने एसआईटी पूछताछ में कई महत्वपूर्ण बातें बताईं। छात्रा ने बताया, मोहसिन मेरा अच्छा दोस्त था। मुझे उसके साथ लाइफ सिक्योर लगने लगी थी। मुझे नहीं पता था कि वह मुझे इस तरह से धोखा देगा।
एसीपी पर रेप का आरोप लगाने वाली आईआईटी छात्रा ने एसआईटी पूछताछ में कई महत्वपूर्ण बातें बताईं। छात्रा ने बताया, मोहसिन मेरा अच्छा दोस्त था। मुझे उसके साथ लाइफ सिक्योर लगने लगी थी। मुझे नहीं पता था कि वह मुझे इस तरह से धोखा देगा। जब वह अपने घर ले गया तो उसकी बात पर विश्वास होने लगा था। इतना कहते ही रेप पीड़िता आईआईटी छात्रा फफक पड़ी। बयान दर्ज कर रहे पुलिस अधिकारियों ने उसे शांत कराया। उसकी दु:खभरी बातें सुनकर विभाग के लोग भी एसीपी के विषय में सोचने को मजबूर हो गए। गुरुवार को बनाई गई एसआईटी ने शुक्रवार को छात्रा के दो घंटे तक बयान दर्ज किए। इसके बाद देर रात तक छात्रा के दोस्तों व अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए गए। आईआईटी प्रशासन ने जांच के लिए कई फुटेज भी पुलिस अफसरों को दिए हैं।
छात्रा का मोबाइल सील, फील्ड यूनिट ने जांच की
शुक्रवार को पीड़िता का पैथोलाजी मेडिकल टेस्ट कराया गया। छात्रा का मोबाइल सील कर उससे जांच के लिए स्क्रीन शॉट निकाले गए। शुक्रवार को फील्ड यूनिट भी आईआईटी कैंपस पहुंची और कई लोगों से पूछताछ की। देर शाम तक एसआईटी में शामिल एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह छात्रा से पूछताछ करती रहीं। पुलिस सूत्रों की माने तो डिप्रेशन की वजह से छात्रा बात कम कर रही है और रो ज्यादा रही है। पुलिस टीम ने उन स्थानों का निरीक्षण किया, जहां-जहां मोहसिन और छात्रा को देखा जाता था।
पीड़िता बोली-एसीपी को सजा दिलाकर रहूंगी
पूछताछ के दौरान पीड़िता ने बताया कि एसीपी मोहसिन से जब मैं मिली तो ब्रेकअप के दौर से गुजर रही थी। इसके चलते उस पर भरोसा कर लिया। उसने कहा कि पत्नी को तलाक देकर मुझसे निकाह करेगा। फिर हम दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं। 27 नवंबर को मोहसिन पिता बना, तब जाकर सच्चाई पता चली। अब चाहे मेरा सब कुछ बर्बाद हो जाए पर मैं उसे सजा दिलाकर रहूंगी। मेरे पास एसीपी से बातचीत के सैकड़ों ऑडियो-वीडियो हैं। जो सजा दिलाने के लिए पर्याप्त होंगे। छात्रा कोई गलत कदम न उठा ले, इसलिए उसे हॉस्टल में स्टाफ की निगरानी में रखा गया है।
पांच दिन पहले की थी शिकायत
एसीपी मोहसिन के खिलाफ छात्रा ने पांच दिन पहले आईआईटी प्रशासन से शिकायत की थी। आईआईटी प्रशासन ने मामले की इंटरनल जांच कराई फिर पुलिस कमिश्नर को इसकी जानकारी दी। मामला अफसरों तक पहुंचा तो जांच शुरू हुई। जांच के दौरान एसीपी मोहसिन ने रिसर्च स्कॉलर को मैनेज कर लिया और उसकी हर बात मानने को राजी हो गया। पुलिस मोहसिन को क्लीनचिट देने की तैयारी में थी पर इसी दौरान अफसरों के बीच बातचीत में एसीपी ने कहा कि लड़की साइको है औऱ मेरे ऊपर झूठे आरोप लगा रही है। ये बात छात्रा को पता चली तो बात बिगड़ गई और उसने एसीपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी।
फुटेज खंगाले गए, सोमवार को कोर्ट में बयान
आईआईटी से फुटेज मिलने के बाद एसआईटी ने देर रात तक फुटेज खंगाले। कई घंटे के फुटेज को टीम ने देखा। इसमे से कई फुटेज निकाले भी गए हैं। अब सोमवार को कोर्ट के समक्ष छात्रा के बयान दर्ज कराए जाएंगे। वहीं शनिवार को गार्ड व कर्मचारियों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।
साजिश के एंगल पर भी काम करेगी पुलिस
एसीपी और छात्रा का धर्म अलग होने की वजह से पुलिस साजिश के एंगल पर भी काम करेगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच को एसीपी मोहसिन प्रभावित न कर पाएं, इसलिए आरोपी को हेडक्वार्टर से अटैच कर दिया गया है। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया, छात्रा के बयान दर्ज किए गए हैं। मेडिकल की प्रक्रिया पूरी हो गई है। फील्ड यूनिट ने भी जांच की है। अब सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।