अब यूपी के इस जिले से पकड़े गए 90 बांग्लादेशी, कई के पास पैन और आधार कार्ड भी मिले
यूपी के मथुरा में ईंट भट्टों पर सत्यापन अभियान के दौरान 90 बांग्लादेशी पकड़े गए हैं। केवल दो ईंट भट्टों से इतनी बड़ी संख्या में गिरफ्तारी से अधिकारी भी भौंचक हैं। कई के पास पैन और आधार कार्ड भी मिले हैं। अब अन्य थाना क्षेत्र की पुलिस अपने क्षेत्रों में सत्यापन अभियान चला रही है।

यूपी के मथुरा में ईंट भट्ठों पर काम कर रहे मजदूरों के सत्यापन के लिए शुक्रवार को पुलिस ने अभियान चलाया। इस दौरान दो ईंट भट्ठों से 90 बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया गया है। इनसे पूछताछ कर जानकारी जुटाई जा रही है। खुफियातंत्र भी इनकी जानकारी कर रहा है। केवल दो ईंट भट्टों से इतनी बड़ी संख्या में बांग्लादेशियों के पकड़े जाने से अधिकारी भी भौंचक हैं। कई के पास पैन और आधार कार्ड भी मिले हैं। पकडे गए लोगों में 35 पुरुष, 27 महिलाएं और 28 बच्चे हैं। इसके साथ ही जिले के अन्य थाना क्षेत्रों में सत्यापन का काम शुरू हो गया है।
भारत-पाक सीमा पर तनाव के बाद से एसएसपी श्लोक कुमार के निर्देशन में जनपद पुलिस बाहर से आकर विभिन्न स्थलों, ईंट भट्ठा आदि स्थलों पर काम कर रहे मजदूरों का सत्यापन कर रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को सीओ मांट गुंजन सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष नौहझील सोनू कुमार ने पुलिस टीम के साथ नौहझील क्षेत्र में भट्ठों पर मजदूरों सत्यापन किया। इस दौरान पुलिस टीम को भट्ठा खाजपुर पर एक मजदूर संदिग्ध मिला। उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने कहा कि वह बांग्लादेशी है। उसके अन्य साथी भी अन्य भट्ठे पर काम करते हैं।
इस पर पुलिस टीम ने आरपीएस भट्ठा बाजना कट पर काम कर रहे कुछ लोगों को हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस टीम ने करीब 18 से 20 परिवार के 90 बांग्लादेशियों को हिरासत में लिया। ये सभी भारत की नागरिकता लिए बिना अवैध रूप से रह रहे थे। इलाका पुलिस ने आईबी और एलआईयू की टीम भी सूचना दे कर बुलाया। टीमें इनका आगे भी वेरीफिकेशन कर रही हैं।
पुलिस क्षेत्राधिकारी मांट गुंजन सिंह ने भी पकड़े गए लोगों से काफी देर तक पूछताछ की। पुलिस यह भी पता कर रही है कि ये लोग भारत में कब से रह रहे हैं और किस माध्यम से इन्होंने भारत में प्रवेश किया।
कई वर्षों से रह रहे विभिन्न राज्यों में
ऐसा बताया जाता है कि यह लोग पिछले करीब 8-10 वर्षों से भारत के विभिन्न राज्यों में रह रहे हैं और मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे हैं। अब यह जांच का विषय है कि यह सभी बांग्लादेशी भारत में कैसे दाखिल हुए और यह लोग मजदूरी के अलावा कहीं किसी अन्य कार्य में संलिप्त तो नहीं है।
मांट तहसील में हैं सर्वाधिक ईंट भट्ठे
जनपद की मांट तहसील के नौहझील,सुरीर तथा छाता तहसील के शेरगढ़ थाना क्षेत्र में सर्वाधिक भट्ठे हैं। ईंट भट्ठों पर सभी काम मैनुअल होते हैं। यहां कोई काम मशीनरी से नहीं किया जाता है। भट्ठा व्यवसाय पूरी तरह से मजदूरों पर ही निर्भर है। दो भट्ठों पर बांग्लादेशी मिलने के बाद पुलिस भी चौकन्नी हो गई है। अब पुलिस भट्ठों पर सख्ती बढ़ाते हुए मजदूरों का पता ठिकाना लगाने में जुट गई है।
कई के पास मिला आधार और पैन कार्ड
थानाध्यक्ष नौहझील सोनू कुमार ने बताया कि ये सभी मजदूर पिछले करीब 10 वर्ष से भारत में रह रहे हैं और यह लोग ज्यादातर ईट भट्ठों पर ही मजदूरी करते हैं। इनमें से ज्यादातर हरियाणा, राजस्थान, गाजियाबाद एवं अन्य शहरों में काम करते हैं। यहां ये अभी कुछ दिन पहले ही आए थे। उन्होंने बताया कि करीब आधा दर्जन लोगों के पास आधार कार्ड और एक व्यक्ति के पास पैन कार्ड मिला है। बाकी लोगों के पास कोई भी किसी भी प्रकार का आईडी प्रूफ नहीं मिला। बाकी पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है और इनसे पूछताछ कर रही है। इन सभी का सुसंगत धाराओं में चालान कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।