नमो भारत ने पकड़ी रफ्तार, मेरठ तक दौड़ी रैपिड रेल; कुछ मिनटों में पूरा होगा 82 किमी का सफर
नमो भारत रैपिड रेल अब मेरठ के अंतिम स्टेशन मोदीपुरम तक पहुंच चुकी है। एनसीआरटीसी ने शताब्दीनगर से मोदीपुरम के बीच ट्रायल रन शुरू कर दिया। 82 किमी लंबे रैपिड रेल कॉरिडोर का यह अंतिम सिरा अब जुड़ने के साथ मोदीपुरम तक की कनेक्टिविटी लगभग पूरी हो चुकी है।

दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के लिए गुरुवार का दिन ऐतिहासिक रहा। एनसीआरटीसी ने पूरे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के परिचालित की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की। कॉरिडोर पर मेरठ के आखिरी स्टेशन मोदीपुरम तक ट्रायल रन आरंभ कर दिया। नमो भारत ट्रेन को शताब्दीनगर से भैसाली, बेगमपुल होते हुए मोदीपुरम तक दौड़ती देख लोग आश्चर्यचकित रह गए। एक महीने तक ये ट्रायल जारी रहेगा। जून में ट्रेन मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक दौड़ेगी।
अभी रैपिड रेल कॉरिडोर पर नमो भारत का संचालन दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ स्टेशन के बीच हो रहा है, जो करीब 55 किलोमीटर का कॉरिडोर है। दिल्ली में न्यू अशोक नगर से सराय काले खां के बीच चार किलोमीटर कॉरिडोर पर ट्रायल पहले से चल रहा है। मेरठ में मेरठ साउथ से शताब्दीनगर के बीच फाइनल ट्रायल हो चुका है। गुरुवार को ट्रेन शताब्दीनगर से मेरठ के अंडरग्राउन्ड सेक्शन से होते हुए अंतिम स्टेशन मोदीपुरम पहुंच गई। इस तरह कुल 82 किलोमीटर का कॉरिडोर अब संचालन के लिए तैयार हो गया है।
10 से 20 किलोमीटर रही ट्रायल रन की स्पीड
रैपिड रेल कॉरिडोर से जुड़े इंजीनियर का कहना है कि गुरुवार को मेरठ के शताब्दीनगर से नमो भारत ट्रेन को बेगमपुल होते हुए मोदीपुरम स्टेशन तक चलाया गया। ट्रायल के दौरान स्पीड 10 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई। जैसे-जैसे ट्रायल आगे बढ़ेगा हाई-स्पीड टेस्ट सहित व्यापक ट्रायल रन किए जाएंगे। ट्रायल के दौरान ट्रेन को उसकी डिजाइन स्पीड 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से भी चलाकर परखा जाएगा। इसके बाद मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त की हरी झंडी मिलने के बाद जून में किसी भी दिन संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा। जून-2025 रैपिड रेल कॉरिडोर के पूर्ण होने का लक्ष्य है।
55 किलोमीटर में हो रहा नमो भारत का संचालन
वर्तमान में दिल्ली के न्यू अशोक नगर, आनन्द विहार से मेरठ के मेरठ साउथ स्टेशनों के बीच कुल 55 किलोमीटर में नमो भारत हाईस्पीड ट्रेन का संचालन हो रहा है, जिसमें न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ और मेरठ साउथ समेत कुल 11 स्टेशन शामिल हैं। वैसे दिल्ली-मेरठ के बीच 82 किलोमीटर का संपूर्ण रैपिड रेल कॉरिडोर है।
पहली बार मेरठ में जमीन के अंदर दौड़ी कोई ट्रेन
मेरठ शहर के लिए एक और रिकार्ड बन गया। अब मेरठ देश-विदेश के उन शहरों में शामिल हो गया, जहां जमीन के अंदर हाईस्पीड ट्रेन का संचालन ट्रायल के तौर पर प्रारंभ हो गया। मेरठ में अंडरग्राउंड सेक्शन का पहला स्टेशन मेरठ सेंट्रल (फुटबॉल चौक) है, जहां केवल मेट्रो का स्टॉप होगा। इसके बाद भैसाली और बेगमपुल स्टेशन भी अंडरग्राउंड सेक्शन का हिस्सा हैं। बेगमपुल स्टेशन पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सेवाएं मिलेंगी। बाकी दोनों स्टेशनों पर केवल मेरठ मेट्रो का स्टॉपेज होगा। टैंक चौराहे (बेगमपुल के नजदीक) से फिर मेरठ में एलिवेटेड सेक्शन शुरू होता है, जिसमें एमईएस कॉलोनी (गांधी बाग), डोरली, मेरठ नॉर्थ और मोदीपुरम स्टेशन शामिल हैं। बेगमपुल के बाद मोदीपुरम स्टेशन पर नमो भारत का स्टॉपेज होगा, बाकी तीन स्टेशन केवल मेरठ मेट्रो के हैं।
मेरठ में कुल 23 किमी का है रैपिड कॉरिडोर
अभी मेरठ साउथ से शताब्दीनगर तक नमो भारत/मेरठ मेट्रो के सफल ट्रायल रन किए गए। वहीं, मेरठ सेंट्रल तक के सेक्शन में मेरठ मेट्रो का ट्रायल रन भी जारी हैं। दावा है कि देश में पहली बार हाईस्पीड नमो भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही, मेरठ में स्थानीय मेट्रो का परिचालन किया जाएगा। वैसे मेरठ में रैपिड/मेट्रो कॉरिडोर की कुल लंबाई 23 किलोमीटर है, जिसमें 18 किमी एलिवेटेड और पांच किमी हिस्सा अंडरग्राउंड है। इसके लिए तीन अंडरग्राउंड समेत कुल 13 स्टेशन बनाये गये हैं, जिसे फाइनल टच दिया जा रहा है। वहीं मेरठ साउथ(परतापुर तिराहा) के बाद शताब्दीनगर, बेगमपुल (अंडरग्राउंड) और मोदीपुरम स्टेशनों पर नमो भारत व मेरठ मेट्रो दोनों की सेवाएं मिलेंगी। अन्य 13 स्टेशनों पर मेरठ मेट्रो की सेवा मिलेगी।