बोले मुजफ्फरनगर : गांधीनगर को चाहिए समग्र विकास की राह
Muzaffar-nagar News - उत्तर प्रदेश के गांधी नगर क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की कमी है, जिसमें खराब सड़कों, पेयजल की अनुपलब्धता, और स्ट्रीट लाइटों की कमी शामिल है। स्थानीय निवासियों ने नगरपालिका प्रशासन से समस्याओं के...

उत्तर प्रदेश शासन में मौजूदा राज्यमंत्री के आवासीय क्षेत्र गांधीनगर को सुनियोजित व समग्र विकास की दरकार है। करीब 35 हजार की बड़ी आबादी व 11,200 मतदाताओं की रिहाइश वाले वार्ड संख्या-30 के वीआईपी क्षेत्र गांधीनगर को ग्राम पंचायत कूकड़ा से निकलकर नगर पालिका में शामिल हुए करीब दो साल होने वाले हैं। इसके बावजूद क्षतिग्रस्त सड़कें, स्ट्रीट लाइटों व पेयजल की कमी के साथ ही एक अदद पार्क की कमी यहां के निवासियों को बेहद सालती है। पर्याप्त सफाईकर्मी न होने के कारण भाजपा जिला मुख्यालय के निकट ही मुख्य मार्ग पर फैली गंदगी व कूड़े के ढेर विकास के तमाम दावों का मखौल उड़ाते नजर आते हैं। स्थानीय नागरिक पालिका प्रशासन से वार्ड-30 में सभी समस्याओं के निदान के साथ ही एक अदद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की भी चाह रखते
नगरपालिका के वार्ड संख्या-30 में गांधीनगर, तुलसीनगर, लक्ष्मीपुरम, हरिपुरम, हरवीर कॉलोनी, राम विहार और अर्जुन नगर आदि कॉलोनियां समाहित हैं। गांधीनगर क्षेत्र में ही उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल के आवास के साथ ही भाजपा जिला मुख्यालय भी स्थित है। पूर्व में यह क्षेत्र ग्राम पंचायत कूकड़ा के अधीन था, जिसे करीब दो साल पहले हुए सीमा विस्तार में नगर पालिका में वार्ड संख्या-30 के रूप में शामिल कर लिया गया था। क्षेत्र को नगर पालिका में शामिल हुए दो साल होने वाले हैं, लेकिन आज भी यहां मूलभूत सुविधाओं की कमी है। वार्ड सभासद नवनीत गुप्ता का कहना है कि उनके क्षेत्र में शामिल तुलसीनगर, हरवीर कॉलोनी व अर्जुन नगर में आज भी सड़कें क्षतिग्रस्त स्थिति में हैं।
इसके साथ ही इन कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन भी नहीं है, जिसके चलते स्थानीय नागरिक पेयजल के लिए हैंडपंप या सब-मर्सिबल पंप पर ही आश्रित हैं। क्षेत्र में पानी की एक टंकी व तीन ट्यूबवेल हैं, जो पूरे क्षेत्र में सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए अपर्याप्त हैं। वार्ड में स्ट्रीट लाइटों की भी कमी हैं, क्योंकि नगर पालिका में पिछले करीब एक साल से लाइटें उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में जो भी लाइटें पहले लगी हुई हैं, उनमें भी अधिकांश लाइटें खराब हैं। वहीं, क्षेत्र में बड़े-बुजुर्गों के घूमने और बच्चों के खेलने के लिए भी एक ही पार्क है, वह भी काफी छोटा है।
पार्क की व्यवस्था कराने के लिए भी नगरपालिका प्रशासन से मांग की गई है। वार्ड संख्या-30 का क्षेत्रफल काफी बड़ा होने के बावजूद यहां केवल 12 सफाई कर्मचारी ही नियुक्त हैं, जो अपर्याप्त हैं। इसके चलते गांधीनगर मुख्य मार्ग पर ही गंदगी व कूड़े का ढेर लगा हुआ है, जहां से भाजपा जिला मुख्यालय की दूरी महज चंद कदमों की ही है। वार्ड में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं है, जिसके चलते नागरिकों को दवाई लेने के लिए या तो प्राइवेट चिकित्सकों के पास जाना पड़ता है या फिर जिला अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ती है। वार्ड सभासद का कहना है कि उन्होंने पिछले करीब डेढ़ साल में दस से अधिक सड़कों का निर्माण कराया है, लेकिन अभी भी काफी सड़कें टूटी हुई हैं, जिनके लिए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा। यदि नगर पालिका प्रशासन यहां पेयजल व स्ट्रीट लाइटों के साथ ही अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए और पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मचारी भी तैनात कर दे तो यह क्षेत्र विकास के मामले में शहर क्षेत्र को भी पीछे छोड़ सकता है।
शिकायतें और सुझाव --
शिकायतें --
- वार्ड में अधिकांश सड़कें क्षतिग्रस्त हैं, जिन पर आवागमन में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
- सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए कई कॉलोनियों में पानी की पाइप लाइन तक नहीं है, जिससे गर्मियों में परेशानी होती है।
- स्ट्रीट लाइटें या तो नहीं हैं या फिर काफी समय से खराब हैं। इसके चलते क्षेत्र में रात्रि के समय काफी अंधेरा पसरा रहता है।
- सफाई कर्मचारियों की कमी है, जिस कारण मुख्य मार्ग पर ही हर समय काफी गंदगी के साथ ही कूड़े का भी ढेर लगा रहता है।
- क्षेत्र में एक भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है, जिसके चलते दवाई लेने के लिए या तो निजी क्लीनिक जाना पड़ता है या फिर जिला अस्पताल।
सुझाव --
- वीआईपी क्षेत्र होने के चलते नगरपालिका प्रशासन को जल्द से जल्द क्षतिग्रस्त सड़कों का पुर्ननिर्माण कराना चाहिए।
- सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए पानी की टंकी लगाने के साथ ही नई पाइप लाइन भी बिछानी चाहिए, ताकि हर समय पेयजल मिल सके।
- नगरपालिका को या तो नई स्ट्रीट लाइटें लगानी चाहिए, या फिर खराब पड़ी लाइटों को जल्द से जल्द ठीक कराना चाहिए।
- बड़ा क्षेत्र होने के कारण वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी चाहिए, ताकि गंदगी व कूड़े का जल्द निस्तारण किया जा सके।
- क्षेत्र में एक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जानी चाहिए, ताकि शहर से दूर होने के चलते लोगों को जिला अस्पताल की दौड़ न लगानी पड़े।
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इन्होंने कहा --
- नगर पालिका द्वारा सभी वार्डों में विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ कराया जा रहा हैं। वार्ड-30 की जो भी समस्या हैं, नगर पालिका स्तर से उसका जल्द समाधान कराया जाएगा। सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए नई पाइप लाइन बिछाने व टंकी लगाने के लिए जल निगम के अफसरों से वार्ता की जाएगी।
मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन नगर पालिका
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- वार्ड में लगातार विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। वार्ड में सड़कों और अन्य समस्याओं को गंभीरता से लेकर उनका समाधान कराया जाएगा। सफाई कर्मचारियों की कमी, स्ट्रीट लाइटें और पेयजल आपूर्ति के लिए आगामी बोर्ड बैठक में प्रमुखता से प्रस्ताव रखा जाएगा।
नवनीत, सभासद वार्ड संख्या-30
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- गांधीनगर की मुख्य सड़क के साथ ही कई गलियों की सड़कें भी टूटी होने के कारण आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। वार्ड में सफाई कर्मचारियों की भी कमी है, जिससे क्षेत्र में गंदगी व कूड़ा फैला रहता है।
अनुज कुमार
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- वार्ड के मुख्य मार्गों के साथ ही कालोनियों में भी प्रत्येक पोल पर स्ट्रीट लाइट लगवाई जानी चाहिए, जिससे रात के समय आने-जाने में परेशानियों का सामना न करना पड़े।
प्रताप सिंह
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- यह वार्ड शहर से काफी दूर स्थित है, जिला अस्पताल भी यहां से काफी दूर पड़ता है। वार्ड में एक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना होनी चाहिए, ताकि दवाई लेने के लिए जिला अस्पताल की दौड़ न लगानी पड़े।
हरेंद्र कुमार
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- कॉलोनियों में सफाई कर्मचारी पर्याप्त नहीं हैं, जिसके चलते समय से कूड़े का निस्तारण नहीं होता। इसके चलते क्षेत्र में जगह-जगह गंदगी फैली रहती है, जिससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा रहता है।
अमित शास्त्री
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- वार्ड की जर्जर सड़कों का जल्द निर्माण कराया जाना चाहिए। तीन कॉलोनियों में तो सड़कें पूरी तरह से बदहाल हैं, जिससे आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
श्रीपाल
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- नगर पालिका स्तर से जल्द वार्ड में सुचारू व शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए उचित व्यवस्था कराई जानी चाहिए। गर्मियों में पानी की किल्लत रहती है, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
धर्मपाल
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- वार्ड-30 में नियमित सफाई न होने के कारण सड़क व गलियों में गंदगी व कूड़ा फैला रहता है। मुख्य मार्ग पर भी कूड़े का ढेर लगा हुआ है, जिससे काफी परेशानी होती है। वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ानी चाहिए।
देवांश
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- टूटी सड़कों व गंदे पानी के जलभराव के कारण आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। वार्ड की क्षतिग्रस्त सड़कों का जल्द से जल्द निर्माण कराया जाना चाहिए।
सरल कुमार
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- नियमित साफ-सफाई न होने के कारण सड़को पर गंदगी जमा हो जाती है, जिससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना रहता हैं। सुचारू पेयजल आपूर्ति की भी उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे गर्मियों में काफी परेशानी होती है।
संदीप वर्मा
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- टूटी सड़के व गंदगी के कारण काफी समस्याएं उत्पन्न हो रहीं हैं। क्षेत्र में मॉर्निंग वॉक के साथ ही बच्चों के खेलने के लिए पार्क तक नहीं है। पालिका को एक पार्क स्थापित करना चाहिए।
राजबीर सिंह
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- क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों के साथ ही सुचारू पेयजल आपूर्ति की भी समस्या है। नगर पालिका को इन समस्याओं के समाधान के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।
अभिषेक
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- कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट लगवाने के साथ ही वाटर कूलर की भी व्यवस्था की जानी चाहिए। वार्ड में मॉर्निंग वॉक के लिए पार्क का भी निर्माण करवाया जाना चाहिए।
अजय कुमार
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