Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़मुजफ्फर नगरSevere Air Pollution in Muzaffarnagar AQI Exceeds 350 Health at Risk

अफसरों की लापरवाही बढ़ा रही प्रदूषण, कम नहीं हो रहा एक्यूआई

अफसरों की लापरवाही बढ़ा रही प्रदूषण, कम नहीं हो रहा एक्यूआई

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फर नगरMon, 18 Nov 2024 07:00 PM
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ठंड के साथ स्माग लोगों को प्रभावित कर रहा है। मुजफ्फरनगर शहर सहित कई सड़कों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 350 से अधिक पहुंच गया है। सोमवार को एक्यूआई कुछ घटने के बाद 291 तक पहुंचा है, लेकिन आबोहवा कोहरे के बीच जहरीली रही। इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, लेकिन बढ़ते हुए प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रदूषण बोर्ड सहित अन्य जिम्मेदारी विभाग के अधिकारी प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं। दीपावली के बाद से मुजफ्फरनगर सबसे अधिक प्रदूषण शहरों में टाप पर दर्ज हुआ है। दो दिन पहले भी मुजफ्फरनगर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 350 से अधिक होने के चलते सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल रहा। इसके चलते शहरवासियों सहित देहात तक के लोगों को सांस की परेशानी रही। सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स में कुछ कमी आई, जिसके बाद भी एक्यूआई 291 दर्ज हुआ। यह भी खराब श्रेणी में होने के चलते चिंताजकन रहा। इतना अधिक प्रदूषण होने के बाद भी प्रदूषण बोर्ड के अलावा अन्य जिम्मेदार विभाग प्रदूषण कम करने की जद्दोजहद नहीं कर पा रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारियों की माने तो पिछले दिनों एक्यूआई बढ़ने पर केवल दो निर्माण इकाइयों और कुछ कोल्हुओं पर ही कार्रवाई की गई है, जबकि प्रदूषण बढ़ने के कारण पेपर मिल सहित अवैध रूप से संचालित हो रही टायर से तेल निकलने की छोटी-छोटी ईकाइयां है, जिनको लेकर कार्रवाई नहीं हो रही है।

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प्रदूषण कम करने में इन विभागों की भी जिम्मेदारी

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिशासी अभियंता इमरान बताते है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अपने स्तर से कार्रवाई कर रहा है, लेकिन एमडीए, नगरपालिका की भी प्रदूषण कम करने की अहम जिम्मेदारी है। एमडीए क्षेत्रों में निर्माण कार्य बंद कराने के लिए काम नही कर रहा हैं। वहीं नगरपालिका के ठेकेदार नियमों को ताक पर कर निर्माण कार्य कर रहे हैं। वहीं सुबह के समय शहर में जगह-जगह कूड़ा जलाया जा रहा है।

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पानी के टेंकर और एंटी स्माग गन कर रही काम

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि एक्यूआई बढ़ने के कारण कई कारण हो सकते हैं। प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए एंटी स्माग गन सहित पानी के टेंकरों से जगह-जगह छिड़काव किया जा रहा है। रात में भी पेट्रोलिंग कराई जाएगी।

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