बोले मुजफ्फरनगर : मोबाइल कारोबार को सुविधाओं की दरकार
Muzaffar-nagar News - बोले मुजफ्फरनगर : मोबाइल कारोबार को सुविधाओं की दरकार
मोबाइल व एसेसरीज उद्योग वर्तमान समय में दैनिक जरूरत का सबसे बड़ा कारोबार बनकर उभरा है। शहर क्षेत्र में मोबाइल व एसेसरीज की छोटी-बड़ी करीब 600 और जनपद में करीब 1150 दुकानें हैं। इस कारोबार से करीब पांच हजार लोग जुड़े हैं, जिनका दैनिक कारोबार करीब ढाई से तीन करोड़ रुपये का है। शहर की बात करें तो आर्यपुरी में जौली मार्केट व मीनाक्षी चौक के निकट सिटी सेंटर मार्केट इस कारोबार की थोक व रिटेल मार्केट हैं। वहीं, आर्यपुरी मार्केट में पार्किंग व सार्वजनिक शौचालय न होने से भी खरीदारी प्रभावित हुई है। ------------
मिले कर में छूट व अन्य सुविधाएं
मुजफ्फरनगर। बाइल और एसेसरीज वर्तमान में हर वर्ग के दैनिक उपभोग की वस्तु बन चुका है, जिसका दैनिक कारोबार जिले में ही करीब ढाई से तीन करोड़ तक है। शहर क्षेत्र में मोहल्ला आर्यपुरी स्थित जौली मार्केट व मीनाक्षी चौक स्थित सिटी सेंटर मार्केट मोबाइल व एसेसरीज कारोबार के सबसे बड़े मार्केट हैं। सिटी सेंटर के कारोबारी सारिक का कहना है कि मोबाइल व एसेसरीज उत्पादों पर 18 प्रतिशत की भारी-भरकम जीएसटी लगाई जाती है, जिससे काम प्रभावित हो रहा है। े मार्केट के कारोबारी भी अब फ्री गिफ्ट देने के साथ ही निजी फाइनेंस कंपनियों द्वारा फाइनेंस कराकर किस्तों पर मोबाइल बेचने के लिए मजबूर हैं, जिससे उनका मुनाफा घटा है।
वहीं, आर्यपुरी स्थित जौली मार्केट के होलसेल व रिटेल कारोबारी कुलदीप मित्तल का कहना है कि ऑनलाइन खरीदारी से इस कारोबार को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है। वहीं, इस कारोबार में चाइनीज उत्पादों से भी काफी काम प्रभावित हो रहा है। ग्राहक खरीदारी करते समय कीमतों में मोलभाव करता है, जिससे कम मुनाफे पर सस्ता सामान बेचना दुकानदारों की मजबूरी बन जाता है। मोबाइल व एसेसरीज कारोबार में महज कुछ साल पहले तक माइक्रोमैक्स, लावा, इंटेक्स, लाइफ जैसी भारतीय कंपनियों का भी कब्जा था, जो दुकानदारों को बेहतर मुनाफा देती थी। हालांकि, बीतें कुछ समय में एप्पल, सैमसंग, ओप्पो, वीवो, पोको व एमआई, रीयलमी जैसी कंपनियों के स्मार्टफोन ने भारतीय कंपनियों को पछाड़कर प्रतिस्पर्धा से बाहर कर दिया। ग्राहकों का भारतीय कंपनियों से मोहभंग होने के चलते दुकानदारों का मुनाफा भी प्रभावित हुआ है। वहीं, जौली मार्केट में प्रतिदिन एक हजार से अधिक ग्राहक खरीदारी के लिए आते हैं, लेकिन यहां वाहन पार्किंग स्थल के साथ ही सार्वजनिक शौचालय भी नहीं है। इसके चलते ग्राहक अन्य बाजारों का रुख कर लेते हैं, जिससे इस मार्केट का कारोबार प्रभावित हो रहा है। नगरपालिका प्रशासन को इस मार्केट में सार्वजनिक शौचालय के साथ ही पार्किंग स्थल की भी व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि कारोबार को मजबूती मिल सके।
ऑफर्स और ब्याजमुक्त ऋण के चलन ने बढ़ाई परेशानी
मुजफ्फरनगर। मोबाइल शॉप मलिक संदीप कुमार ने बताया कि ऑनलाइन कंपनियों के ऑफर्स से निपटने के लिए उन्हें भी मोबाइल खरीदने पर विभिन्न ऑफर निकलना पड़ रहे हैं, लेकिन मोबाइल कंपनियां इस तरह के ऑफर्स दुकानदारों को प्रोवाइड नहीं कराती, जिसके चलते इन ऑफर्स को दुकानदारों को अपने मुनाफे से निकालना पड़ता है। इसका सीधा असर मोबाइल दुकानदारों के मुनाफे पर पड़ता है और कई बार तो उनके खर्च भी पूरे नहीं हो पाते।
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मोबाइल एसेसरीज के सस्ते व लोकल उत्पादों ने बढ़ाई टेंशन
मुजफ्फरनगर। वर्तमान में मोबाइल एसेसरीज के मार्केट में लोकल व सस्ते प्रोडक्ट बहुतायत में उपलब्ध है, जिससे ब्रांडेड कंपनियों के उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों की परेशानी बढ़ रही है। मोबाइल व एसेसरीज विक्रेता शारिक खान ने बताया कि ब्रांडेड उत्पादन में एसेसरीज काफी महंगी होते हैं, जिसके अपेक्षा मार्केट में काफी सस्ते दाम में लोकल उत्पाद उपलब्ध है। इन उत्पादों को दिल्ली से खुले होलसेल में लाने के बाद आकर्षक पैकिंग के साथ मार्केट में उतर जाता है, जिसकी कोई वारंटी भी नहीं होती, लेकिन इसके बावजूद ग्राहक सस्ते के चक्कर में इन्हें खरीद लेते हैं। इसके बाद खराब होने की स्थिति में दुकानदारों के साथ ग्राहक विवाद करते हैं। इसके साथ ही बड़े पैमाने पर कुछ लोगों द्वारा सड़क किनारे स्टॉल लगाकर यह सस्ते व लोकल उत्पाद बेचे जा रहे हैं, जिससे ब्रांडेड उत्पादों की बिक्री पर सीधा असर पड़ रहा है। प्रशासन को इन उत्पादों के मार्केट में ले जाने का एक नियम बनाना चाहिए, ताकि ब्रांडेड एसेसरीज बेचने वाले दुकानदारों को नुकसान ना हो।
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--- शिकायतें और सुझाव ---
शिकायतें ---
- मोबाइल व एसेसरीज उत्पादों पर 18 प्रतिशत की भारी-भरकम जीएसटी लगाई गई है, जिससे कारोबार प्रभावित हो रहा है।
- ऑनलाइन खरीदारी के चलते कारोबार में करीब 40 फीसदी की भारी गिरावट आई है, जो कारोबारियों की परेशानी का सबब है।
- भारतीय मोबाइल व एसेसरीज कंपनियों के उत्पादों से ग्राहकों का मोहभंग होने के चलते कारोबारियों का मुनाफा कम हुआ है।
- जौली मार्केट में वाहन पार्किंग स्थल व सार्वजनिक शौचालय न होने से ग्राहक मार्केट में आने से कतराते हैं, जिससे कारोबार घटा है।
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सुझाव ---
- मोबाइल व एसेसरीज उत्पादों पर जीएसटी की दरों में बदलाव कर इन्हें 12 प्रतिशत किया जाना चाहिए, ताकि उत्पाद सस्ते हों।
- ऑनलाइन खरीदारी के नियम कड़े किए जाने चाहिए, ग्राहकों को भी स्थानीय दुकानों से सामान खरीदना चाहिए, ताकि मार्केट बेहतर हो।
- भारतीय मोबाइल व एसेसरीज कंपनियों के उत्पादों को प्रोत्साहन देना चाहिए, वहीं ग्राहकों की उनके उत्पादों में रूचि बढ़े।
- जौली मार्केट में पालिका प्रशासन को वाहन पार्किंग स्थल व सार्वजनिक शौचालय की सुविधा प्रदान करनी चाहिए, ताकि ग्राहक वहां आएं।
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इन्होंने कहा ---
- जौली मार्केट व अंसारी रोड पर वाहन पार्किंग स्थल व सार्वजनिक शौचालय निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी। स्थानीय सभासद से इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड बैठक में रखने को कहा जाएगा, ताकि सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन नगर पालिका
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- जौली मार्केट में मोबाइल व एसेसरीज की खरीदारी करने के लिए हर रोज लगभग एक हजार से अधिक ग्राहक आते हैं, लेकिन वाहन पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण काफी परेशानी होती है।
जितेंद्र कुमार
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- ऑनलाइन खरीदारी के चलते कारोबार प्रभावित हो रहा है। कई बार ऑनलाइन खरीदारी के कारण ग्राहकों को भारी नुकसान भी होता है, लेकिन इससे ग्राहकों का मोहभंग नहीं हो पा रहा है।
कुलदीप मित्तल
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- मोबाइल व एसेसरीज उद्योग में कर छूट के साथ ही अन्य सुविधाएं दी जानी चाहिए। जौली मार्केट में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया जाना चाहिए।
नीरज
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- ऑनलाइन खरीदारी के कारण मोबाइल व एसेसरीज दुकानदारों का काम खत्म होता जा रहा है, जिस कारण रोजमर्रा के खर्चे तक निकालने मुश्किल हो रहे है।
मांगेराम वर्मा
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- भारतीय कंपनियों के मोबाइल व एसेसरीज से ग्राहकों का मोहभंग हो रहा है, जिससे कारोबार प्रभावित हुआ है और दुकानदारों का मुनाफा भी घटा है।
सोनू
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- मोबाइल व एसेसरीज उद्योग पर लगने वाले कर में छूट दी जानी चाहिए, जिससे दुकानदारों के साथ ही ग्राहकों को भी इसका लाभ मिल सके।
आहिल
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- ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते चलन के कारण कारोबार फीका पड़ रहा है। जौली मार्केट में वाहन पार्किंग स्थल न होने के कारण ग्राहक यहां से दूरी बना रहे हैं।
मोनू कुमार
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- मोबाइल व एसेसरीज उद्योग पर लगने वाले कर में छूट दी जानी चाहिए, जिससे बिक्री बढ़ने के साथ ही कारोबार में दुकानदारों को उचित आर्थिक लाभ मिल सके।
अमन वर्मा
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- ऑफलाइन कारोबार बढ़ने से जहां आम आदमी ठगी का शिकार होने से बचेगा, वहीं विदेशी वेबसाइट पर ऑनलाइन खरीदारी से भारतीय रुपया भी विदेशों में नहीं जाएगा।
शाकिर
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- चाइनीज कंपनी के बढ़ते मोबाइल व एसेसरीज के कारण दुकानदारी प्रभावित हो रही है। सिटी सेंटर मार्केट में पेयजल की समस्या से जूझना पड़ता है।
- नईम
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- चाइनीज मोबाइल व एसेसरीज में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण कारोबार प्रभावित हो रहा है। मोबाइल व एसेसरीज पर लगने वाले कर में राहत दी जानी चाहिए।
अहबर
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- मोबाइल व एसेसरीज व्यापार पर लगने वाले कर में छूट दी जानी चाहिए, जिससे दुकानदारों और ग्राहकों को भी इसका लाभ मिल सके।
अंकुर
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- ऑनलाइन खरीदारी के कारण कारोबार प्रभावित हो रहा है। सिटी सेंटर मार्केट में सार्वजनिक शौचालय न होने के कारण दुकानदारों और ग्राहकों को परेशानी होती है।
गगन
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