जांच में नगर पालिका की एलईडी लाइट का नमूना फेल, पालिका अफसर व ठेकेदार फंसे
जांच में नगर पालिका की एलईडी लाइट का नमूना फेल, पालिका अफसर व ठेकेदार फंसे
लोक निर्माण विभाग द्वारा लैब में कराई गई जांच में नगर पालिका परिषद क्षेत्र में पथ प्रकाश के लिए लगाई जाने वाली एलईडी लाइट का नमूना फेल हो गया है। नगर पालिका प्रशासन ने 45 वॉट की तीन हजार एलईडी लाइटों को खरीदने के लिए 1. 74 करोड़ रुपये का टेंडर किया था। ऐसे में देखा जाए तो नगर पालिका की कार्यप्रणाली सवाल के घेरे में हैं। इस मामले में अब पथ प्रकाश प्रभारी और ठेकेदार फंसते नजर आ रहे हैं। हालांकि नगर पालिका प्रशासन के स्तर पर ठेकेदार का टेंडर निरस्त करने की तैयारी चल रही है। नगर पालिका परिषद में पथ प्रकाश विभाग ने तीन हजार नई लाइटों की खरीद के लिए एक करोड़ 74 लाख 87 हजार 600 रुपये का एस्टीमेट बनाकर गत 29 जनवरी 2024 को 45-50 वॉट की एलईडी लाइट खरीदने के लिए टेंडर आमंत्रित किये गये थे। जैम पोर्टल पर आमंत्रित निविदाओं को 31 जुलाई को खोला गया था। चार फर्मों के द्वारा ही निविदा की शर्तों के अनुरूप पालिका के पथ प्रकाश विभाग को सैम्पल के लिए एक -एक 45 वॉट क्षमता की एलईडी लाइट उपलब्ध कराई थी। जांचकर्ता कंपनी ने दावा किया था कि सूर्या मेक की 45 वॉट एलईडी लाइट का ल्यूमिनर 132.50 प्रति वॉट और हेलोनिक्स मेक लाइट का ल्यूमिनर 127.8 प्रति वॉट पाया गया। विभागीय एसएस एण्टरप्राइजेज नई मंडी द्वारा एस्टीमेट से 41.87 प्रतिशत बिलों पर निविदा दिये जाने के कारण उसको स्वीकृत किया गया। ठेकेदार फर्म द्वारा प्रति लाइट 3400 रुपये की दर से एक करोड़ दो लाख रुपये में 45 वॉट की तीन हजार एलईडी सूर्या मेक लाइट आपूर्ति करने की तैयारी भी शुरू कर दी। इस मामले में सभासद देवेश कौशिक की शिकायत पर जिला प्रशासन द्वारा लखनऊ लोक निर्माण विभाग की लैब में जांच कराई गई। जिसमें एलईडी लाइट का नमूना फेल हो गया। मानक के विपरीत लाइट का टेंडर होने का मामला सामने आया है। बता दें कि विद्युत सामग्री के अनुमोदन के लिए यूपी लोनिवि में विभिन्न फर्म को एनएबीएल मान्यता प्राप्त लैब की टेस्ट रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाती है और इसी लैब टेस्टिंग पर फर्मों के उत्पादों का वर्गीकरण किया जाता है।
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एलईडी के लोगों पर अलग से स्टीकर चस्पा
नगर पालिका के द्वारा जांच के लिए उपलब्ध कराये गये सूर्या मेक 45 वॉट एलईडी लाइट मॉडल नम्बर एसएलई यूएल 45वॉट आईपी 66 एनजीएन के सैम्पल पर कंपनी का लोगों अलग से लगाये गये स्टीकर पर अंकित है, जबकि ये एलईडी लाइट के फिटिंग पर एनग्रेबड होता है। लाइट का मॉडल नम्बर भी स्टीकर पर अंकित है। सूर्या मेक 45 वॉट एलईडी स्ट्रीट लाइट का ल्यूमिनर 122.93 आईएम प्रति वॉट है और यह लाइट यूपी लोनिवि में ट्रिपल ए श्रेणी में अनुमोदित है। इस उत्पाद की वैद्यता 31 जुलाई 2025 तक है।
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कोट
जांच रिपोर्ट में सूर्या मेक लाइट के सैम्पल में कई खामियां बताई गई है। उसका ल्यूमिनर भी निर्धारित शर्त के अनुरूप नहीं पाया गया है। पथ प्रकाश प्रभारी धर्मवीर सिंह से शासनादेश, टेंडर की शर्तों और लोनिवि लखनऊ से प्राप्त हुई जांच रिपोर्ट के सम्बंध में प्रस्तावित स्वीकृत निविदा को लेकर आख्या उपलब्ध कराने के लिए कहा है। यदि आख्या सही नहीं आती है तो फिर कार्रवाई के लिए पालिकाध्यक्ष को रिपोर्ट भेजी जायेगी।
डा. प्रज्ञा सिंह, ईओ नगर पालिका मुजफ्फरनगर
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