बोले मुजफ्फरनगर : खांजापुर को चाहिए स्वच्छ पेयजल, सड़कों की सौगात
Muzaffar-nagar News - बोले मुजफ्फरनगर : खांजापुर को चाहिए स्वच्छ पेयजल, सड़कों की सौगात
शहर से सटे शामली रोड स्थित गांव खांजापुर को यूं तो नगरपालिका सीमा विस्तार के तहत वार्ड संख्या-28 में शामिल हुए करीब दो साल का अरसा होने वाला है, लेकिन यहां मूलभूत सुविधाओं में फिलहाल इजाफा नहीं हो पाया है। खांजापुर की मुख्य समस्या गंदे पानी की निकासी के लिए नाला नहीं होना है, जिसके चलते गंदा पानी शामली रोड के किनारे पर ही भरा रहता है। पेयजल आपूर्ति के लिए ट्यूबवेल लगे हुए भी एक साल हो चुका है, लेकिन ऑटोमाइजेशन न होने से जलापूर्ति अब तक शुरू नहीं हो सकी है। इसके अलावा क्षेत्र की सड़कों की हालत भी अभी खराब ही है। यदि सड़कें, पेयजल आपूर्ति व नाले का निर्माण हो जाए तो खांजापुर भी चमचमा सकता है।
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मूलभूत सुविधाओं की सौगात चाहे खांजापुर
मुजफ्फरनगर। शामली-मुजफ्फरनगर मार्ग पर शहर से सटे ग्राम पंचायत खांजापुर को करीब दो साल पूर्व नगरपालिका सीमा विस्तार के तहत वार्ड संख्या-28 में शामिल किया गया था। वार्ड-28 की कुल आबादी करीब 12 हजार है। वार्ड में यूं तो पेयजल आपूर्ति के लिए दो टंकियां और दो ट्यूबवेल लगे हैं, लेकिन खांजापुर में पेयजल आपूर्ति भगवान भरोसे है। खांजापुर में गंदे पानी की निकासी के लिए कोई नाला न होने के कारण शामली रोड मुख्य मार्ग पर ही जलभराव रहता है, जिससे आए दिन दुपहिया वाहन चालक हादसे का शिकार होते रहते हैं। सड़कें भी यहां अब तक नहीं बन सकी हैं और पेयजल आपूर्ति भी ट्यूबवेल होने के बावजूद सुचारू नहीं हो सकी है। वार्ड सभासद मोहित कुमार ने बताया कि उनके वार्ड में शहर का मोहल्ला गऊशाला, नयाबांस आंशिक और खांजापुर आंशिक शामिल है। गऊशाला व नयाबांस में वर्तमान में कोई मुख्य समस्या नहीं है, जबकि खांजापुर पूर्व में ग्राम पंचायत था, जो हाल ही में नगरपालिका सीमा विस्तार में शामिल हुआ है। इसके चलते वहां अभी भी मूलभूत सुविधाओं की कमी है, जिसे पूरा कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सभासद ने बताया कि खांजापुर में पानी निकासी के लिए अभी नाला नहीं है, जिसके चलते जरा सी बारिश होते ही गंदा पानी शामली के मुख्य मार्ग पर भर जाता है। इसके साथ ही यहां अभी भी अधिकांश सड़कों पर खड़ंजे ही लगे हैं, जिन्हें सीसी सड़क में बदला जा रहा है, इसके लिए वे अब तक पांच सड़कों का निर्माण करा भी चुके हैं। अन्य सड़कों के लिए भी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा गया है, जो जल्द ही पारित हो जाएगा। इसके अलावा, गांव में उन्होंने डल्लू देवता के पास वाली गली में ट्यूबवेल लगवाई है, लेकिन वहां की पाइप लाइन छोटी होने और अब तक ट्यूबवेल का ऑटोमाइजेशन नहीं होने के कारण पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं हो सकी है। इसके लिए भी आगाामी बोर्ड बैठक में प्रस्ताव ररखा जााएगा। ऑटोमाइजेशन होने के बाद पेयजल आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। वहीं, खांजापुर के पूर्व प्रधान सतेंद्र बालियान ने बताया कि नगरपालिका में शामिल हुए दो साल होने के बावजूद अब तक खांजापुर में मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। वार्ड में स्ट्रीट लाइटें, पेयजल आपूर्ति की हालत बदतर है, जिसके चलते लोग परेशान हैं। गंदे पानी की निकासी के लिए नाला न होने के कारण शामली रोड पर ही सड़क किनारे जलभराव की स्थिति रहती है। वहीं, मुख्य मार्ग के पास ही अस्थायी नाली खोद दी गई है, जिसमें गिरकर आए दिन दुपहिया वाहन चालक हादसे का शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं। इसके अलावा, खांजापुर में नगरपालिका के सफाई कर्मचारी भी नियमित रूप से नहीं आते हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में गंदगी की भरमार रहती है। इन सभी समस्याओं का निदान हो जाए तो खांजापुर भी शहर क्षेत्र में ही तब्दील हो जाएगा।
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खांजापुर में गलत तरीके से हुआ पालिका का सीमा परिसीमन
मुजफ्फरनगर। अब तक ग्राम पंचायत रहे खांजापुर के पूर्व प्रधान सतेंद्र बालियान ने नगरपालिका अधिकारियों पर गांव खांजापुर का नियम विरुद्ध तरीके से गलत सीमा परिसीमन करने का आरोप लगाया है। पूर्व प्रधान का कहना है कि नियमानुसार यदि सीमा विस्तार के दौरान किसी गांव या क्षेत्र के बीच में नदी या बड़ा नाला आता है तो उसके नदी-नाले के दोनों किनारों की तरफ से दो अलग-अलग वार्ड बनाए जाने चाहिए। खांजापुर में काली नदी शहर के बाहरी हिस्से से होते हुए गुजर रही है। इसके चलते पूरे गांव को शहर से पूरी तरह अलग नया वार्ड बनाना चाहिए था, लेकिन अफसरों ने खांजापुर को नदी के बजाये शामली मार्ग को आधार बनाते हुए दो भागों में बांट दिया। इसमें एक हिस्से को वार्ड-28 और दूसरे हिस्से को वार्ड-19 के रूप में समाहित किया गया, जो पूरी तरह से गलत है। उन्होंने आला अफसरों को पत्र भेजकर खांजापुर के सीमा विस्तार को नियमानुसार किए जाने की मांग की है।
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--- शिकायतें और सुझाव ---
शिकायतें ---
- वार्ड-28 में शामिल किए गए खांजापुर में गंदे पानी की निकासी के लिए नाला नहीं होने से शामली मार्ग पर ही जलभराव रहता है।
- खांजापुर में नगरपालिका में होने के बावजूद पेयजल आपूर्ति ट्यूबवेल लगने के एक साल बाद भी सुचारू तरीके से नहीं हो पा रही है।
- अधिकांश सड़कें या तो कच्ची हैं, या फिर उन पर ईंटों का खड़ंजा लगा है, जिसके चलते आवागमन में परेशानियां होती है।
- सफाई कर्मचारी वार्ड में नियमित रूप से नहीं आते हैं, इसके चलते खांजापुर में चहुंओर गंदगी का आलम रहता है।
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सुझाव ---
- गंदे पानी की सुचारू निकासी के लिए खांजापुर में तत्काल नाले का निर्माण कराया जाना चाहिए, ताकि सड़क पर जलभराव न हो।
- एक साल पूर्व लगी ट्यूबवेल का ऑटोमाइजेशन कर इसे नगरपालिका को हैंडओवर किया जाना चाहिए, ताकि पेयजल आपूर्ति सुचारू हो।
- खांजापुर में सभी सड़कों का अविलंब प्रस्ताव बनाकर सड़कों का निर्माण कराकर आवागमन सुचारू किया जाना चाहिए।
- सफाई कर्मचारियों की नियमित ड्यूटी खांजापुर में लगनी चाहिए, ताकि क्षेत्र को गंदगी की समस्या से छुटकारा मिल सके।
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इन्होंने कहा ----
नगर पालिका की तरफ से सभी वार्डों में प्राथमिकता के साथ विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। वार्ड 28 को जो भी समस्या है, नगर पालिका स्तर से समाधान कराया जाएगा।
मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन नगरपालिका
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- खांजापुर पहले ग्राम पंचायत थी, जो आंशिक रूप से वार्ड-28 में शामिल की गई है। यहां अभी भी सड़क, पेयजल आपूर्ति व गंदे पानी की निकासी के उचित साधन नहीं हैं। इस बार उन्होंने पालिका बोर्ड बैठक से करीब 3.50 करोड़ रुपये वार्ड के सुनियोजित विकास के लिए पास कराए हैं, जिनकी धनराशि आवंटित होने के बाद खांजापुर में सभी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा।
मोहित कुमार, सभासद वार्ड 28
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- खांजापुर में पानी निकासी के लिए नाले की कोई व्यवस्था नहीं है। जिस कारण मोहल्लों का गंदा पानी सड़कों पर आ जाता है और गंदे पानी का जलभराव हो जाता है। यह मुजफ्फरनगर और शामली का मुख्य मार्ग है और जलभराव के कारण यहां कई बार हादसे भी हो चुके हैं।
सतेंद्र बालियान
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- वार्ड में पथ-प्रकाश की कोई उचित व्यवस्था नगर पालिका द्वारा नहीं की गई है। वार्ड की टूटी सड़को का जल्द निर्माण कराया जाना चाहिए।
ओमवीर सिंह
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- खांजापुर में डल्लू देवता के पास टंकी के लिए बोरिंग करके छोड़ दिया गया है, लेकिन पेयजल आपूर्ति के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। सड़को का जल्द निर्माण कराया जाना चाहिए।
बालेंद्र कुमार
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- वार्ड में सफाई के लिए सफाईकर्मी नियमित रूप से नहीं आते हैं, जिस कारण गंदगी फैल जाती है और बीमारी फैलने का खतरा रहता है।
सुशील कुमार
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- मोहल्ले में नगर पालिका द्वारा पेयजल के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिस कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कुबेरदत्त शर्मा
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- वार्ड में पेयजल की सुचारू आपूर्ति के लिए कोई व्यवस्था नही की गई है। सडकें टूटी होने के कारण आवागमन में परेशानी होती है।
वीरेंद्र सिंह
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- खांजापुर में पानी निकासी के लिए नाले की व्यवस्था नहीं की गई है, जिस कारण मोहल्लों का गंदा पानी सड़क पर आने से जलभराव की समस्या रहती है।
महक सिंह
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- वार्ड में सफाई के लिए सफाईकर्मी समय से नहीं आते हैं, जिस कारण जगह जगह गंदगी फैलने से बीमारियां फैलने का खतरा रहता है।
सतपाल
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- नगरपालिका को वार्ड की टूटी सड़कों का जल्द निर्माण कराना चाहिए। वार्ड में पथ-प्रकाश की व्यवस्था नहीं होने से परेशानी होती है।
सोहनवीर सिंह
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- वार्ड में मॉर्निंग वॉक के लिए पार्क का निर्माण कराया जाना चाहिए। नगर पालिका को वार्ड में पथ प्रकाश की भी व्यवस्था करानी चाहिए।
सागर
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- नगरपालिका स्तर से वार्ड की टूटी सड़कों का जल्द निर्माण कराया जाना चाहिए। टूटी सड़कों के कारण बरसात में जलभराव होता है।
राजपाल
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- वार्ड में सफाई कर्मचारी सफाई के लिए नियमित रूप से नहीं आते हैं, जिस कारण जगह-जगह गंदगी फैली रहती है।
राहुल
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