आईआईटी रुड़की में फर्जी दस्तावेज से पा ली नौकरी
Muzaffar-nagar News - आईआईटी रुड़की में फर्जी दस्तावेज से पा ली नौकरी
फर्जी शैक्षिक दस्तावेज लगाकर एक युवक ने आईआईटी रुड़की में सरकारी नौकरी पा ली। गोपनीय शिकायत पर सीबीआई ने जांच की तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। इसके खिलाफ सीबीआई देहरादून शाखा में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी इससे पहले आईआईटी रुड़की में आउटसोर्स पर ड्राइवर था। सीबीआई देहरादून शाखा में दर्ज हुई एफआईआर के अनुसार, सचिन राठी निवासी जवाहर नवोदय विद्यालय के पास मुजफ्फरनगर (यूपी) ने आईआईटी रुड़की में ग्रुप-सी के अंतर्गत ग्रेड-दो चालक के पद पर नियुक्ति प्राप्त की। इसके लिए उसने मार्कंडेय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रामपुर से खुद को वर्ष 2013 में 10वीं पास दिखाया। इसमें जन्मतिथि 25 नवंबर 1996 दर्ज थी। सीबीआई ने शिकायत पर जांच की तो पता लगा कि सचिन राठी ने असल में वर्ष 2005 में जनता इंटर कॉलेज हरसोली, मुजफ्फरनगर (यूपी) से 10वीं पास की। इसमें उनकी जन्मतिथि 25 नवंबर 1988 दर्ज है। जांच में सामने आया कि ड्राइवर पद पर नौकरी के लिए तय आयु से आरोपी की आयु अधिक थी। इसलिए उसने दूसरा प्रमाण पत्र कम उम्र का बनाया, जिससे नौकरी मिल गई। सरकारी नौकरी के लिए फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में सचिन राठी के खिलाफ केस दर्ज किया है। जहां से दूसरा प्रमाण पत्र जारी किया, उस संस्थान की भी सीबीआई जांच करेगी।
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