Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़MP Chandrashekhar Ravan met Abdullah in jail, said- will fight for Azam from the streets to the Parliament

अब्दुल्ला आजम से जेल में मिले सांसद चंद्रशेखर रावण, बोले-आजम के लिए सड़क से संसद तक लड़ेंगे

चंद्रशेखर रावण ने जेल पहुंचकर आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आजम खां से उनके पारिवारिक संबंध हैं। अब्दुल्ला आजम छोटे भाई हैं। उनके लिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे।

Deep Pandey हिन्दुस्तानMon, 11 Nov 2024 02:52 PM
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नगीना के सांसद चंद्रशेखर रावण ने सोमवार को जिला जेल पहुंचकर अब्दुल्ला आजम से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आजम खां से उनके पारिवारिक संबंध हैं। अब्दुल्ला आजम छोटे भाई हैं। उनके लिए सड़क से लेकर संसद तक लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मैं छोटे भाई से मिलने आया हूं। वचन देकर जा रहा हूं कि परिवार के साथ हूं। ये परिवार टूटेगा नहीं। लंबे समय तक प्रदेश के गरीबों, मजलूमों की सेवा करने वाला परिवार है। उनके इस दर्द में सब लोग शामिल नहीं हो रहे रहे हैं, उन्हें इस बात की तकलीफ है। फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं। रोज नए मुकदमे लगाकर सजा दी जा रही है। ये साबित करते हैं कि ये सरकार की देखरेख में हो रहा है।

उन्होंने कहा कि आगे जब मौका मिलेगा, ताकत मिलेगी तब इन सारे फर्जी मुकदमों में जांच कराई जाएगी। ऐसा करने वाले अधिकारी कर्मचारियों का विशेष ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि सिस्टम पर सवाल उठ रहा है। लोग न्याय पालिका पर भरोसा करते हैं। यदि जज साहब कहें कि मजबूर हैं तो फिर न्याय कैसे मिलेगा ? जिस तरह से पिछली कई घटनाएं हुईं हैं मैं उससे उनकी जान की सलामती की दुआएं करता हूं। सरकार के अंतविरोध, वैचारिक, राजनीतिक विरोध हो सकते हैं।

चंद्रशेखर ने कहा कि मैं चेतावनी देते हुए कह रहा हूं अगर कोई साजिश करने की कोशिश की गई वह और उनकी पार्टी चुप नहीं रहेगी। यह राजनीतिक मुलाकात नहीं है। आजम मेरे बड़े भाई हैं। जब मुझे गोली मारी गई थी तब वह मेरे साथ खड़े थे। इसलिए वह परेशान साथी के साथ रहेंगे। काले बादल भी हटेंगे। सवेरा भी आएगा। फिर से वह ताकत मिलेगी जिसके लिए संघर्ष चल रहा है।

उन्होंने कहा कि गरीब विरोधी सरकार को जनता उप चुनाव में जवाब देगी। बंटेंगे तो कटेंगे डरने का संदेश देने वाला नारा है। डरने का संदेश देना क्या सात साल से मुख्यमंत्री रहने वाले व्यक्ति को शोभा देता है? उनकी जगह मैं होता तो कहता बिलकुल मत घबड़ाना। पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे।

चंद्रशेखर ने बताया कि जेल के अंदर अब्दुल्ला आजम ने बातचीत में उनसे कहा कि अन्याय के खिलाफ कोई भी कीमत चुकानी पड़ी तो तैयार हैं। चाहें जितने मुकदमे लग जाएं पर हर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।

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